Himachal News लोकिन्दर बेक्टा, शिमला। हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार पूर्व भाजपा सरकार द्वारा आरंभ की गई महत्वाकांक्षी हिमकेयर योजना में सुधार करेगी। यही नहीं, सरकार सहारा योजना को भी और मजबूत करेगी ताकि पात्र और असहाय लोगों को इस योजना का वास्तव में लाभ मिल सके। यह घोषणा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान हिमकेयर और सहारा योजना को लेकर विधायक सुधीर शर्मा, राकेश जम्वाल, इंद्र सिंह गांधी, त्रिलोक जम्वाल और रणधीर शर्मा द्वारा पूछे गए मूल प्रश्न के जवाब में दखल देते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमकेयर योजना में गड़बड़ियों, खासकर निजी अस्पतालों को पहुंचाए जा रहे लाभ की शिकायतों के बाद सरकार ने इस योजना में सुधार का निर्णय लिया है। इसी के तहत सरकार ने निजी अस्पतालों में हिमकेयर योजना के तहत इलाज की सुविधा को वापस ले लिया है। साथ ही कर्मचारियों को भी हिमकेयर योजना के तहत इलाज की सुविधा से बाहर कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया पूर्व सरकार ने राज्य के 137 निजी स्वास्थ्य संस्थानों को हिमकेयर योजना के तहत इलाज के लिए इंपैनल्ड किया था ताकि उन्हें अधिक पैसा दिया जा सके।
सुक्खू ने कहा कि हिमकेयर योजना की 355 करोड़ रुपए की देनदारियां अभी भी लंबित हैं। इनमें से 127 करोड़ रुपए से अधिक की देनदारियां निजी स्वास्थ्य संस्थानों की हैं, जबकि 227 करोड़ रुपए सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों की हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने हिमकेयर योजना के तहत आईजीएमसी, टांडा और पीजीआई के लिए 60 करोड़ रुपए की राशि जारी कर दी है।