करमजीत कौर ने सुनाई ठग ट्रैवल एजेंटों के चंगुल में फंसने की पूरी व्यथा
Punjab News (आज समाज), चंडीगढ़ : विदेश में बेहतर भविष्य और अच्छी कमाई की उम्मीद लेकर गई गांव पंजगड़ी कलां की रहने वाली एक युवा लड़की करमजीत कौर बहुत मुश्किल से एजेंटों से चंगुल से निकलकर वापस देश व अपने परिवार के पास पहुंच पाई है। वापस पहुंची करमजीत कौर ने भावुक ढंग से अपनी कहानी सुनाई कि यदि स्पीकर कुलतार सिंह संधवां मदद के लिए मसीहा बनकर नहीं आते, तो उसने आत्महत्या कर ली होती।
वहीं पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि हमारी सरकार अमेरिका समेत विभिन्न देशों में गैर-कानूनी तरीके से पहुंचे पंजाब के युवाओं की सुरक्षा के लिए अनधिकृत ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई कर रही है। हालांकि, पंजाब के मासूम और बेरोजगार युवाओं को विदेशों में नौकरियों का वादा करके धोखा देने का चलन अभी भी जारी है।
करमजीत कौर ने खुलासा किया कि मोगा जिले के गांव जलालाबाद की रहने वाली एक एजेंट अमरजीत कौर ने उससे 15,000 रुपये लिए और उसे टूरिस्ट वीजा पर मस्कट इस शर्त पर भेज दिया कि यदि उसे वहां काम पसंद नहीं आया, तो वह वापस आ सकती है। इसके अलावा, करमजीत कौर का पासपोर्ट और मोबाइल फोन कब्जे में ले लिया गया।
एजेंटो की धोखाधड़ी का शिकार दर्जनों लड़कियां
उसने आगे बताया कि इस धोखाधड़ी रैकेट की असलियत तब सामने आई जब मैंने व्यक्तिगत रूप से देखा कि 30 लड़कियों को एक कमरे में रात बिताने के लिए मजबूर किया गया था, जो कई बार बेबसी के कारण भूखी-प्यासी रात बिताती हैं। उसने बताया कि वहां नौकरी प्राप्त करने के लिए आपको अपने आपको मुस्लिम या ईसाई लड़की बताना पड़ता है और जब हम अपने माता-पिता से बात करते थे, तो एक टीम द्वारा हमारी फोन बातचीत की भी निगरानी की जाती थी। हमें सिर्फ यह कहने की इजाजत थी हम यहां खुशहाल हैं और बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।
ट्रेवल एजेंट करते हैं गुमराह
करमजीत ने रोते हुए कहा कि देश के विभिन्न राज्यों की लड़कियों को ट्रैवल एजेंटों द्वारा गुमराह किया जाता है और फिर ह्यमस्कटह्ण जैसे देशों में बेचा जाता है। उसने आगे खुलासा किया कि फिर वे लड़कियां मस्कट जैसे देशों में गुलाम बन जाती हैं। माता-पिता के लिए उन लड़कियों का पता लगाना लगभग नामुमकिन होता है।
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