कैथल ( मनोज वर्मा )। सुखवीर सिंह आम आदमी पार्टी संगठन मंत्री उतरी हरियाणा ने कहा है कि इमजेर्सी की 46वें वर्षगांठ के दौरान किसानों की ओर से मनाए जाने वाले काले दिवस पर पार्टी कार्यकर्ता हरियाणा भर में काले झंडे दिखाकर अपना विरोध जताएगी। पार्टी शुरू से ही किसान आंदोलन में किसानों के साथ संसद से सडक मे साथ खड़ी है। सुखवीर चहल ने कहा कि पिछले 7 महीने से किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। उन्होंने आंदोलन में सर्दी, गर्मी तथा बरसात तक को नहीं देखा। इस दौरान आंदोलन में 600 से अधिक किसानों को काल ने अपने ग्रास में ले लिया। इसके बावजूद वह झुकने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के साथ बातचीत तक करनी बंद कर दी। जबकि हमारे प्रधानमंत्री कहते है कि वह 1 फोन की दूरी में हैं, मगर फोन नंबर नहीं बताते। चहल ने कहा किसानों की केवल एक ही मांग है कि सरकार तीनों काले कानून वापस ले तथा एमएसपी की गांरटी दें। मोदी सरकार कहती तो है पर करती नहीं। प्रधानमंत्री जी किसानों की शहादत के बाद भी चुप्पी साधे हुए हैं जो न केवल चिंतनीय है ,अपितु दुर्भाग्यपूर्ण है।
आंदोलन से सरकार भी परेशान
संगठनमंत्री सुखवीर सिंह का कहना है कि इमरजेंर्सी की 46वें वर्षगांठ के दौरान किसानों द्वारा कृषि सुधार कानूनों के विरोध के लिए संघर्ष तेज करने के एलान से सरकार परेशान है। मालूम हो कि 26 जून जो कि एमजेंसी लगने की तिथि भी है। इसी दिन से संयुक्त किसान मोर्चा ने तीनों कृषि सुधार कानूनों के विरोध को लेकर जारी संघर्ष तेज करने का ऐलान किया है। 26 जून के दिन मोर्चे की ओर से देशभर में राजभवनों के बाहर खेती बचाओ लोकतंत्र बचाओ अभियान के तहत धरना दिया जाएगा। किसान नेता आंदोलन का समर्थन कर रही कांग्रेस की नाराजगी की चिंता छोडकर इस दिन आपातकाल के काले अध्याय का सच भी लोगों को बताएगे। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता आपातकाल के लिए इंदिरा गांधी को जिम्मेदार ठहराने में संकोच नहीं करेंगे।
आम आदमी पार्टी किसानों के साथ
सुखवीर सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी आंदोलन के समय से ही किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खडी होती आई है। उन्होंने कहा कि 26 जून को दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन के सात महीने पूरे होने और एक अधिनायकवादी सरकार द्वारा लागू की गई इमजेर्सी की 46वें वर्षगांठ पर लोगों को आगाह करने के लिए विशेष अनुरोध भी कर रहें है। चहल ने कहा कि आम आदमी पार्टी अपना समर्थन संसद से सडक तक देती आई है ओर देती रहेंगी।