नई दिल्ली। दिल्ली के बॉर्डर पर केंद्र के नए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन चल रहा है। वह सरकार से नए कानूनों को रद्द करने की गुहार लगा रहेहैंजबकि दूसरी ओर आज पीएम मोदी गुजरात पहुंचे। वहां उन्होंने किसानों से मुलाकात की और कहा कि किसानों का कल्याण उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओंमें है। उनकी शंकाओं का समाधान हो इसके लिए उनकी सरकार चौबीसों घंटे तैयार है। यहां पीएम मोदी ने ई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। जिसके बाद उन्होंने अपने संबोधन में कहा विपक्ष किसानों को भ्रमित करने की साजिश रच रहा है। मोदी ने कहा, ”आज कल दिल्ली के आसपास किसानों को भ्रमित करने की बड़ी साजिश चल रही है। उन्हें डराया जा रहा है कि कृषि सुधारों के बाद किसानों की जमीन पर कब्जा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हाल में हुए कृषि सुधारों की मांग बीते कई वर्षोसे की जा रही थी। किसान संगठनोंकी ही मांग रही है कि किसानों को अनाज कहीं पर भी बेचने का विकल्प दिया जाए। साथ ही उन्होंने विपक्ष पर बरसे कि जो विपक्ष में बैठकर किसानों को भ्रमित कर रहे हैं, वह भी अपनी सरकार के समय इन कृषि सुधारों के समर्थन में थे। लेकिन अपनी सरकार के रहते वे निर्णय नहीं ले पाए। किसानों को झूठे दिलासे देते रहे। मोदी ने कहा कि आज देश ने जब यह ऐतिहासिक कदम उठा लिया तो विपक्षी किसानों को भ्रमित करने में जुट गए हैं। उन्होंने कहा, ”मैं अपने किसान भाइयों बहनों को बार-बार दोहराता हूं। उनकी हर शंका के समाधान के लिए सरकार 24 घंटे तैयार है। किसानों का हित पहले दिन से हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक रहा है। खेती में किसानों का खर्च कम हो, उनकी आय बढ़े और मुश्किलें कम हों, इसके लिए हमने निरंतर काम किया है।