पानीपत। हरियाणा सरकार निराश्रित व बेघर बच्चों को स्वास्थ्य व शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से ऐसे बच्चों की पहचान की जाएगी और उनको पोषक युक्त आहार देने, स्कूलों में पंजीकरण कराने, प्रतिरक्षण कार्यक्रम से जोडऩे व मानव तस्करी से बचाने का कार्य सुनिश्चित किया जाएगा। महिला एवं बाल विकास विभाग हरियाणा की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. जी. अनुपमा ने इस आशय को लेकर सीआईएसएस (चिल्ड्रन इन स्ट्रीट सिचुएशन) के तहत क्रियांवित किए जा रहे कार्यक्रम की मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पानीपत सहित राज्य के सभी जिलों की समीक्षा की। पानीपत से वीडियो कांफ्रेंस में सीईओ जिला परिषद विवेक चौधरी शामिल हुए और कार्यक्रम से जुड़ी जानकारी अतिरिक्त मुख्य सचिव को दी।
कार्यक्रम को लेकर जिला में गंभीरता से कार्य किया जाना चाहिए
वीडियो कांफ्रेंस के उपरांत विवेक चौधरी ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि निराश्रित व बेघर बच्चों के कल्याण व पुनर्वास के लिए सरकार ने महत्वपूर्ण कार्यक्रम चलाया है। सीआईएसएस के माध्यम से क्रियांवित कार्यक्रम को लेकर जिला में गंभीरता से कार्य किया जाना चाहिए। इस कार्यक्रम के लिए जो भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है उसे निर्धारित समयावधि के भीतर पूरा किया जाए। सड़कों पर घूमने वाले बेघर बच्चों की पहचान करना व उनकी रिपोर्ट शीघ्रता से तैयार की जाए। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग से डीपीओ राजबाला, डीएसपी ओमप्रकाश, उप सिविल सर्जन नवीन सुनेजा, सीडब्ल्युसी के सदस्यों सहित अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे।