Punjab News (आज समाज)चंडीगढ़ : सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि प्रदेश सरकार बच्चों और महिलाओं की भलाई की ओर भी विशेष ध्यान दे रही है। इसी के चलते बच्चों में कुपोषण में काफी कमी आई है। केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने 26 जुलाई को लोकसभा में एक लिखित उत्तर में इसकी पुष्टि की कि पंजाब में बच्चों में स्टंटिंग 2022 में 22.08% से घटकर 2024 में 17.65% हो गई है, इसी तरह वेस्टिंग 9.54% से घटकर 3.17% और कम वजन वाले बच्चों की संख्या 12.58% से घटकर 5.57% रह गई है।
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि बच्चों में कुपोषण को कम करने में हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान समेत पड़ोसी राज्यों में पंजाब अग्रणी राज्य बन गया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले दो वर्षों के दौरान पंजाब में कुपोषित बच्चों की संख्या में तेजी से कमी आई है। ‘पोषण ट्रैकर’ के अनुसार, राज्य में 0-5 वर्ष की आयु के बच्चों में स्टंटिंग, वेस्टिंग और कम वजन जैसे प्रमुख संकेतकों में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है।
पंजाब में आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों को पंजीरी बांटने में हुए घपलों की रिपोर्टों के संबंध में संबोधन करते हुए डॉ. बलजीत कौर ने इस योजना को लागू करने के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश और प्रोटोकॉल दिए। मंत्री ने आश्वासन दिया कि इस योजना को लागू करने में किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी क्योंकि आंगनवाड़ी केंद्रों में दिए जाने वाले भोजन का सीधा असर बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य पर पड़ता है।