लोकिन्दर बेक्टा, शिमला। राज्य सरकार के हैलीकाप्टर के इस्तेमाल को लेकर जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने सरकार को अहम सुझाव दिया है। उनका सुझाव है कि सरकार को किसी व्यक्ति को आपात स्थिति में इसके इस्तेमाल की इजाजत दी जानी चाहिए। अचानक आपदा आने और किसी के गंभीर रूप से घायल होने, हार्ट अटैक जैसे मामलों में यदि कोई व्यक्ति सरकार को हैलीकाप्टर के लिए संपर्क करता है तो एक तयशुदा राशि पर इसकी सेवा प्रदान की जा सकती है।
इससे जरूरतमंद को समय पर मदद मिलेगी और वे मरीज को तुरंत अस्पताल पहुंचा सकते हैं। इससे कई लोगों की बहुमूल्य जिंदगियाें काे बचाया जा सकेगा। जल शक्ति मंत्री ठाकुर महेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को इसे लेकर सुझाव दिया है। उन्होंने इस संबंध में नीति बनाने की बात कही है और इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग के अफसरों से भी बात की है।
महेंद्र सिंह के मुताबिक सरकारी हैलीकाप्टर के इस्तेमाल को लेकर पूरा खाका बनाया जा सकता है। इसमें गरीब लाेगाें काे फ्री में यह सेवा दी जा सकती है और जो लोग साधन संपन्न हैं और भुगतान करने की क्षमता है, वे पैसा देकर इस सेवा को ले सकते हैं। इसका दूरी के हिसाब से किराया तय किया जा सकता है। उनका कहना था कि राज्य में सभी इलाकों में हैलीपैड बने हुए हैं और इससे दूरदराज के इलाकों में लोगों को विपदा की स्थिति में हैलीकाप्टर की सेवा मिल सकती है। वहीं, लोग मरीज को शीघ्र अस्पताल पहुंचा सकते हैं और इससे कई बहुमूल्य जिंदगियां बच सकती हैं।
हैलीकाप्टर से पोती को अस्पताल लाने का सरकार को चुकाएंगे पूरा खर्च – महेंद्र
महेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले दिनों उनकी पोती भी गिर गई थी और गंभीर रूप से घायल हो गई थी और उन्होंने मुख्यमंत्री से उसे आईजीएमसी अस्पताल शिमला पहुंचाने के लिए हैलीकाप्टर की मदद मांगी थी। इससे वह पोती को जल्द अस्पताल पहुंचा पाए थे। यहां उसका सफल आपरेशन हुआ और अब वह स्वास्थ्य लाभ ले रही है। महेंद्र सिंह ने कहा कि उनके आग्रह पर मुख्यमंत्री ने खुद सारी व्यवस्था की और हैलीकाप्टर उपलब्ध करवाया और वे इसके लिए उनके आभारी हैं। उन्होंने कहा कि वे हैलीकाप्टर सेवा के इस्तेमाल का पूरा खर्च वहन करेंगे और सामान्य प्रशासन विभाग से इसका बिल मांगा है। उन्होंने कहा कि वे सारे बिल का खुद भुगतान करेंगे।
जनजातीय क्षेत्रों से सर्दियों में लाया जाता है मरीजों को एयरलिफ्ट कर
राज्य में जनजातीय क्षेत्रों से मरीजों से हैलीकाप्टर से मरीजों को एयर लिफ्ट किया जाता है। राज्य के लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा जिले के पांगी भरमौर के क्षेत्र सर्दियों में बर्फबारी के कारण बंद हो जाते हैं और सड़क यातायात बंद हो जाता है। इसे देखते हुए वहां मरीजों को एयरलिफ्ट कर चंबा, कुल्लू, शिमला, रामपुर आदि स्थानों को पहुंचाया जाता है।