मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर भाजपा-शिवसेना के बीच गतिरोध जारी है और जल्द फैसला नहीं लिया गया तो महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हो सकता है। हालांकि बीच में शिवसेना के एक नेता ने आरएसएस प्रमुख को पत्र लिख कर मामला सुलझाने को कहा था। शिवसेना ने कहा था कि अगर नितिन गडकरी को भाजपा आगे कर दे तो वह दो घंटे मे ंइस मसले को सुलझा देंगे। अब महाराष्ट्र गतिरोध को लेकर नितिन गडकरी का बयान सामने आया है। महाराष्ट्र में सरकार गठन पर नितिन गडकरी ने कहा कि शिवसेना और बीजेपी पर जल्द ही फैसला हो जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में ही सरकार बननी चाहिए।
बता दें कि एक किताब के विमोचन कार्यक्रम में नितिन गडकरी नागपुर में हैं, जहां संघ प्रमुख मोहन भागवत भी शिरकत करने वाले हैं। समाचार एजेंसी के मुताबिक, महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा। खबरों के मुताबिक नितिन गडकरी की वापसी महाराष्ट्र में हो सकती है जबकि इस खबर पर खुद नितिन गडकरी ने आज विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में ही सरकार बननी चाहिए। संघ और मोहन भागवत का इससे कोई लेना देना नहीं है। नागपुर पहुंचे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र में सरकार गठन पर कहा कि हम शिवसेना का समर्थन प्राप्त करेंगे। हमारी उनके साथ बातचीत जारी है। मुख्यमंत्री पद के लिए चल रही अटकलों को विराम देते हुए नितिन गडकरी ने खुद कहा कि मेरा महाराष्ट्र में वापसी का कोई सवाल ही नहीं है। मैं दिल्ली में ही लगातार काम करता रहूंगा।