चण्डीगढ़,लॉकडाऊन के वर्तमान द्वितीय चरण में भारत सरकार ने कोविड-19 के विरुद्ध युद्ध हेतु अपने प्रयत्न दोगुने कर दिए हैं तथा हरियाणा, पंजाब व हिमाचल प्रदेश राज्यों में किसानों व निर्धनों के हितों की सुरक्षा हेतु कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही। कृषि-प्रधान इन राज्यों में रबी की फ़सल की क्रय-प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है तथा ह्यप्रधान मंत्री ग़रीब कल्याण योजनाह्ण के अंतर्गत राहत पैकेज ने इस क्षेत्र के निर्धनों को अत्यंत आवश्यक सहायता प्रदान की है।
भारत के अधिकतर राज्यों में इस समय रबी 2020-21 के मौसम में किसानों से ह्यकीमत समर्थन योजनाह्ण (पीएसएस) के अंतर्गत किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर दालों व तिलहनों की ख़रीद की जा रही है। सरसों के बीजों व चने की ख़रीद हरियाणा में 15 अप्रैल, 2020 से 163 केन्द्रों में प्रारंभ हो चुकी है। हर रोज़ सामाजिक-दूरी को सुनिश्चित करने हेतु सीमित संख्या में ही किसानों को इन केन्द्रों पर आमंत्रित किया जा रहा है। प्रथम चार दिनों में 32,779 किसानों से लगभग 82,886.87 मीट्रिक टन सरसों के बीजों की ख़रीद की जा चुकी है।
पंचकूला निवासी रजनी ने बताया कि उन्हें अपने ह्यग़रीबी रेखा से नीचेह्ण (बीपीएल) कार्ड के अंतर्गत 25 किलोग्राम अतिरिक्त राशन प्राप्त हुआ है। उन्होंने सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अतिरिक्त अनाज से बहुत सहायता मिलेगी क्योंकि यह घर में 1-1.5 माह तक चल जाएगा तथा इस कदम ने उन जैसे अन्य बहुत से लोगों को राहत पहुंचाई है।
https://twitter.com/ROBChandigarh/status/1251802702926868480?s=09 (रजनी का साक्षात्कार)
पंजाब के गुरदासपुर ज़िले के निवासी नवदीप मल्ली ने कहा कि केन्द्र सरकार ने ह्यपीएम उज्जवला योजनाह्ण के अंतर्गत निःशुल्क गैस सिलिण्डर व ह्यप्रधान मंत्री जन धन योजनाह्ण के अंतर्गत धन प्रदान करवाया है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे कदमों ने इस कठिन समय में भी निर्धनों की आशा जीवित रखी है।
https://twitter.com/ROBChandigarh/status/1251806690380374016?s=09 (नवदीप मल्ली)
भारत सरकार के खाद विभाग, रसायन व खाद मंत्रालय के अंतर्गत एक प्रमुख खाद कंपनी ह्यनेश्नल फ़र्टीलाईज़र्स लिमिटेडह्ण (एनएफएल) द्वारा कोविड-19 की जंग में सरकार की सहायता के अपने प्रयासों में अत्यंत सक्रियता से भाजन, दवाओं व मास्क जैसी आवश्यक वस्तुएं वितरित की जा रही हैं। एनएफ़एल की बठिण्डा इकाई ने बठिण्डा के ज़िला प्रशासन को कोरोना वायरस की विश्व-स्तरीय महामारी से लड़ने हेतु 3,000 मास्क प्रदान किए हैं। एनएफ़एल की पानीपत इकाई ने ज़िला राहत कोष, पानीपत में एक लाख रुपए का योगदान डाला है।
हिमाचल प्रदेश के देहाती व दूर-दराज़ के क्षेत्रों में आम लोगों द्वारा कोविड-19 से संबधित सावधानियों का पूर्णतया ख़्याल रखा जा रहा है। जैसे कि चित्रों में देखा जा सकता है कि लोगों ने किन्नौर ज़िले के एक गांव में सिलिण्डर लेने हेतु पंक्ति में खड़े होते समय सामाजिक-दूरी भी बना कर रखी हुई है तथा अपने चिहरे मास्क से भी ढंके हुए हैं। नाहन के जितेन्द्र कुमार को ह्यपीएम-किसान योजनाह्ण के अंतर्गत 2,000 रुपए प्राप्त हो चुके हैं तथा उन्होंने इसके लिए भारत सरकार का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे कठिन समय में यह राशि अत्यंत आवश्यक सहायता प्रदान करेगी।
https://twitter.com/PIBShimla/status/1251754427377123329?s=09 (चित्र)
https://twitter.com/PIBShimla/status/1251744282479693824?s=09 (जितेन्द्र कुमार)
भारत सरकार ने मार्च माह के दौरान प्रधान मंत्री ग़रीब कल्याण योजना के अंतर्गत 1.7 लाख करोड़ रुपए का राहत पैकेज देश-व्यापी लॉकडाऊन के प्रभाव का सामना करने में उनकी मदद हेतु लांच किया था। इस पैकेज के अंतर्गत 32 करोड़ रुपए से अधित ग़रीब लोगों को 29,352 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता प्राप्त हो चुकी है।