नई दिल्ली। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार हमलावर रहीं हैं। देश की आर्थिक हालत और बेरोजगारी के सवाल पर केंद्र सरकार को घेरती रहीं हैं। सोमवार को उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर बेरोजगारी की समस्या को लेकर सवाल उठाए और कहा कि बड़े-बड़े नामों और विज्ञापनों का नतीजा यह है की तीन करोड़ 64 लाख लोग बेरोजगार हो गए हैं। कांग्रेस की ओर से पहले भी बेरोजगारी और आर्थिक हालातों को लेर मोदी सरकार को घेरा जा चुका है। कांग्रेस के ही नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार एनआरसी की बजाय बेरोजगारी पर ध्यान देना चाहिए। केंद्र सरकार को वह कई अन्य सकारात्मक सुझाव दे सकते हैं। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘नौकरियां देने के तमाम बड़े वादों की हकीकत यही है। देश के सात बड़े क्षेत्रों में करीब साढ़े तीन करोड़ लोग बेरोजगार हो गए हैं। बड़े-बड़े नामों और विज्ञापनों का नतीजा है 3 करोड़ 64 लाख बेरोजगार लोग। तभी तो सरकार नौकरी पर बात करने से कतराती है।’ प्रियंका ही नहीं बल्कि कांग्रेस के बड़े नेता दिग्विजय सिंह ने भी कहा कि देश में बेरोजगारी की दर बढ़ रही है। उन्होंने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण की जगह शिक्षित बेरोजगार भारतीय नागरिकों का राष्ट्रीय रजिस्टर बनाना चाहिए। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ‘मेरे पास हमारे प्रधानमंत्री के लिए एक बहुत ही सकारात्मक सुझाव है। एनआरसी के बजाय जिसने पूरे देश में सामाजिक अशांति पैदा की है, उन्हें ‘शिक्षित बेरोजगार नागरिकों का राष्ट्रीय रजिस्टर’ तैयार करना चाहिए। लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि यह ‘विभाजनकारी एजेंडा’ नहीं है बल्कि ‘एकीकृत एजेंडा’ है।’