कॉपीराइट धारकों के लिए एक बड़ी चिंता बन सकता है मॉडल
Gemini AI (आज समाज) नई दिल्ली: गूगल के जेमिनी एआई (Gemini AI) मॉडल को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह एआई मॉडल फोटो से वॉटरमार्क हटाने में सक्षम है, जिससे कॉपीराइट से जुड़े गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।

एक्स और रेडिट के कई यूजर्स ने दावा किया है कि Gemini 2.0 Flash नामक गूगल के एआई मॉडल को आसानी से तस्वीरों से वॉटरमार्क हटाते हुए देखा गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह एआई गेटी इमेजेज और अन्य स्टॉक मीडिया वेबसाइटों द्वारा प्रकाशित तस्वीरों से वॉटरमार्क मिटाने में सक्षम है।

अधिक कुशलता से वॉटरमार्क हटाने का काम करता है Gemini 2.0 Flash

टेक वेबसाइट TechCrunch की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि Gemini 2.0 Flash अन्य एआई टूल्स की तुलना में अधिक कुशलता से वॉटरमार्क हटाने का काम करता है। यह केवल पहले से मौजूद तस्वीरों से वॉटरमार्क हटाने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसका टेक्स्ट-टू-इमेज जनरेशन फीचर भी कमजोर सिक्योरिटी के साथ आता है, जिससे यह मशहूर हस्तियों और कॉपीराइट सामग्री से जुड़ी तस्वीरें बना सकता है।

कानूनी विवाद भी हो सकते उत्पन्न

यदि गूगल का एआई बिना अनुमति के वॉटरमार्क हटा सकता है, तो यह कॉपीराइट धारकों के लिए एक बड़ी चिंता बन सकता है। इससे उनकी बौद्धिक संपत्ति की रक्षा करना कठिन हो सकता है और कानूनी विवाद भी उत्पन्न हो सकते हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि वॉटरमार्क हटाने की यह क्षमता उन रचनाकारों और फोटोग्राफरों के लिए हानिकारक हो सकती है, जो अपने कार्यों को कॉपीराइट सुरक्षा के तहत रखते हैं। यदि कोई भी व्यक्ति गूगल के एआई का उपयोग करके किसी भी छवि से वॉटरमार्क हटा सकता है, तो इससे ऑनलाइन सामग्री की मौलिकता और प्रामाणिकता पर सवाल खड़े हो सकते हैं।

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