आज समाज डिजिटल टीम:
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वे अपने सियासी करियर में 16 बार चुनाव लड़े। इनमें 14 बात जीत हासिल की जबकि दो बार हार का सामना करना पड़ा। एक बार विधानसभा और एक बार लोकसभा चुनाव में वीरभद्र सिंह को हार का मुंह देखना पड़ा। उनकी हार का कारण था कि साल 1977 में देश में आपातकाल के बाद कांग्रेस विरोधी लहर थी। उन्हें मंडी लोकसभा सीट से जनता पार्टी के गंगा सिंह से हार का सामना करना पड़ा। वहीं, 1990 में जुब्बल कोटखाई से उन्हें हिमाचल के पूर्व सीएम राम लाल ठाकुर से भी हार झेलनी पड़ी। इसके अलावा, वह कभी अपने जीवन में चुनाव नहीं हारे।