जम्मू। जम्मू-कश्मीर में वैसे तो हालात सामान्य हैं लेकिन हाल में केंद्र सरकार के लिए फैसले से वहां अफवाहों का बाजार गर्म हो गया था। केंद्र ने घाटी में 10,000 अद्धसैनिक बलों की तैनाती का फैसला लिया है। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने घाटी में अतिरिक्त 10,000 अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती के बाद पैदा हालात में लोगों को अफवाह से बचने की सलाह दी है। घाटी में सैनिकों की तैनाती को लेकर सोशल साइटस पर गलत सूचनाएं प्रसारित की जा रहीं हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने कोई आदेश जारी नहीं किया है। अफवाहों पर ध्यान न दें। सब कुछ सामान्य और ठीक है। लाल चौक पर आप चीखते भी हैं तो गवर्नर हाउस तक वह खबर बन जाती है कि बम फटा है।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया सरकारी आदेशों का झूठा पुलिंदा जारी किया जा रहा है। उन्हें सरकार द्वारा जारी नहीं किया गया है। राज्यपाल मलिक ने धारा-35 ए और कश्मीर में सुरक्षाबलों की तैनाती से जुड़ी खबरों को भी खारिज किया। उन्होंने इस मौके पर यह भी कहा कि मेरा शाल वाला भी मुझसे पूछ रहा था कि ,साहब आजाद हो जाएंगे क्या? तब मैंने उससे कहा कि तुम आजाद ही हो और हां अगर तुम पाकिस्तान के साथ जाने को आजादी मानते हो तो जाओ कौन रोक रहा है? लेकिन हिंदुस्तान को तोड़ करके आजादी नहीं मिल सकती है।