Aaj Samaj (आज समाज), Goa SCO Meeting, गोवा: गोवा में आज शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक होगी। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भी बैठक में भाग लेने के लिए गुरुवार को गोवा पहुंच गए। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में 15 महत्वपूर्ण समझौतों पर सहमति बनेगी। ये समझौते रणनीति, आतंकवाद के खिलाफ सहयोग, वाणिज्य और कारोबार व सांस्कृतिक सहयोग जैसे मुद्दों से संबंधित हैं। इन समझौतों को जुलाई, 2023 में एससीओ के प्रमुखों की बैठक में अंतिम रूप दिया जाएगा। एससीओ की स्थापना के बाद पहली बार एक साथ इतने बड़े सहयोग समझौतों को मंजूरी मिलने की संभावना है।
- भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर करेंगे बैठक की अध्यक्षता
- आतंकवाद के खिलाफ रणनीति व सहयोग पर बनेगी सहमति
- मैं गोवा आकर काफी खुश हूं, बैठक कामयाब होगी : बिलावल
चार नए डायलॉग पार्टनर भी जोड़े जाएंगे
एससीओ की इस बैठक में चार नए डायलॉग पार्टनर (म्यांमार, यूएई, कुवैत, बहरीन और मालदीव) भी जोड़े जाएंगे जो बताता है कि वर्ष 2002 से चीन की तरफ से पोषित यह संगठन अब धीरे धीरे एक बड़ा वैश्विक मंच बनता जा रहा है। विदेश मंत्रालय में सचिव (इकोनॉमिक रिलेशनशिप) दम्मु रवि ने बताया कि ईरान और बेलारूस को पूर्णकालिक सदस्य के तौर पर शामिल करने को लेकर भी विदेश मंत्रियों की बैठक में विचार होना है। विदेश मंत्रियों की सलाह पर जुलाई में शीर्षस्तरीय बैठक में अंतिम फैसला होगा। इस बैठक में शामिल होने के लिए इन दोनो देशों के राष्ट्र प्रमुखों को भी आमंत्रित किया गया है।
पूर्णकालिक सदस्यों की संख्या बढ़ कर 10 हो जाएगी
एससीओ के पूर्णकालिक सदस्यों की संख्या बढ़ कर 10 हो जाएगी, जबकि चार नये वार्ता साझेदार जोड़े जाने के बाद इन देशों की संख्या बढ़ कर 14 हो जाएगी। बताते चलें कि एससीओ और ब्रिक्स दो ऐसे संगठन है जिसकी पहल चीन की वजह से हुई है और भारत इन दोनों का प्रमुख सदस्य है। ऐसा देखा जा रहा है कि एशिया के कई देश इन दोनो संगठनों में शामिल होना चाहते हैं। चीन के साथ हाल के वर्षों में बेहद तनावपूर्ण रिश्तों के बावजूद भारत इन दोनों संगठनों में अहम भूमिका निभा रहा है।
भारत ने इस वर्ष अभी तक 100 बैठकों का आयोजन किया
रवि ने बताया कि एससीओ की अध्यक्षता के दौरान भारत ने इस वर्ष अभी तक कुल 100 बैठकों का आयोजन किया है। इसमें 15 बैठकें मंत्रिस्तरीय हुई हैं। इसमें वित्त, रक्षा, ऊर्जा, राजमार्ग, पर्यटन जैसे क्षेत्र में सहयोग को लेकर मंत्रिस्तर की बैठकें हुई हैं। पीएम मोदी ने पिछले वर्ष की शिखर बैठक में प्राकृतिक चिकित्सा और स्टार्ट अप के बीच सहयोग का प्रस्ताव किया था जिसे स्वीकार किया गया है । अब इन दोनो क्षेत्रों में समितियों का गठन हो गया है।
2011 में पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार आई थीं
बिलावल भुट्टो 12 साल बाद भारत आने वाले पाकिस्तान के पहले विदेश मंत्री हैं। इसके पहले 2011 में पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार भारत आई थीं। गोवा पहुंचने के बाद बिलावन ने कहा, मैं गोवा आकर काफी खुश हूं, मुझे उम्मीद है कि एससीओ की बैठक कामयाब होगी। इसके पहले उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा था, इस बैठक में भाग लेने का मेरा फैसला बताता है कि पाकिस्तान के लिए एससीओ कितना अहम है।
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