एमबीबीएस छात्रों द्वारा उत्पीड़ित करने वाले मामले में गठित की गई जांच कमेटी

0
245
Girl students sent complaint to CM via e-mail
Girl students sent complaint to CM via e-mail
  • एमबीबीएस छात्रों द्वारा उत्पीड़ित करने वाले मामले में गठित की गई जांच कमेटी,15 दिन का दिया गया समय
    इशिका ठाकुर,करनाल:

कमेटी में शामिल असंध के कांग्रेसी विधायक शमशेर सिंह गोगी ने बताया कि लड़कियां कमेटी के सामने आई थी और ऐसा लग रहा है कि कॉलेज की स्थिति बेहद गंभीर है। सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है लेकिन बेटियां ना तो खेल के मैदान में और ना ही शिक्षण संस्थानों में सुरक्षित है बेटियों की जुबान को जबरन दबाने की कोशिश हो रही है।

छात्राओं ने CM को ई मेल के जरिये भेजी गई शिकायत

कमेटी सदस्यों से मिलने से पहले छात्राओं ने CM को ई मेल के जरिये भेजी गई शिकायत में छात्राओं ने OP मास्टर ट्रेनर पर 7 पेज की चिट्‌ठी में आप बीती बताई। छात्राओं ने आरोप लगाए है कि मास्टर ट्रेनर ने उनका ब्रेन वॉश करना शुरू कर दिया था। मास्टर ट्रेनर छात्राओं को कहता था कि तुम्हारा यहां मेरे अलावा कोई नहीं है। तुम्हारे मां बाप भी नहीं चाहते कि तुम्हारा भला हो। सिर्फ मेरे साथ हर टाइप की बातें शेयर करनी है। यहां तक कि छात्राओं को लालच भी दिया गया था कि जो बच्चा उनको सब बच्चों की सभी बातें बताएगा, वह उसको CR बना देंगे। साथ ही उसको PGI चंडीगढ़ में भी नौकरी पर लगवा देंगे। मास्टर ट्रेनर छात्राओं पर अश्लील टिप्पणी भी करता था। मास्टर ट्रेनर द्वारा छात्राओं को ईमोशनल ब्लैकमेल किया जाता था। CR को भी काफी ज्यादा प्रताड़ित किया गया। जिसका स्वास्थ्य भी खराब हो चुका है।

Girl students sent complaint to CM via e-mail
Girl students sent complaint to CM via e-mail

छात्राएं पढ़ाई के लिए आई लेकिन पढ़ाई के नाम पर कुछ ओर ही हो रहा था

मेडिकल की छात्राओं को मास्टर ट्रेनर की प्रताडऩा का शिकार होना पड़ा है। इस तरह की बातें उनके साथ की गई कि कोई भी शर्म से शर्मा जाए। मास्टर ट्रेनर होने की वजह से छात्राएं विरोध भी नहीं कर पाती थी। अगर विरोध करती तो उनको प्रताड़ित किया जाता था। यहीं नहीं छात्राओं को उल्टे सीधे मैसेज भी किए जाते थे। यदि कोई रिप्लाई नहीं करता तो उनको अगले दिन टॉर्चर किया जाता था। छात्राएं पढ़ाई के लिए कॉलेज में आई थी लेकिन उनके साथ पढ़ाई के नाम पर कुछ ओर ही हो रहा था। छात्राओं ने एकजुटता दिखाई और CM को अपनी शिकायत ईमेल कर की थी।

4 विधायक सहित 11 सदस्यों की कमेटी जांच के लिए आई थी कॉलेज में

शनिवार को करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में निरीक्षण के लिए 11 सदस्यीय जांच कमेटी कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में पहुंची है। इस कमेटी में चार विधायक भी शामिल है। जिसमें असंध विधायक शमशेर सिंह गोगी, विधायक शीशपाल, दुराज व अन्य है। कमेटी की चेयरपर्सन सीमा त्रिखा ने BSC ओटी टेक्निशियन की छात्राओं से बातचीत की।

Girl students sent complaint to CM via e-mail
Girl students sent complaint to CM via e-mail

फजीहत ऐसी कि डायरेक्टर फोन तक उठाने की हिम्मत नहीं जुटा पाएगा

वहीं इस मामले को लेकर जब मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर जगदीश दूरेजा से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। फोन न उठाने से लगा रहा था अपनी फजीहत को बचाने के लिए वह फोन उठाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए।

वहीं छात्राओं ने कैमरे के सामने आने से मना करते हुए कहा कि इस मामले की शिकायत वह कई बार कर चुके है। लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं। हमने CM को अपनी शिकायत भेजी है। लेकिन उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब कमेटी के सामने शिकायत रखी है। उन्हें आश्वासन दिया है कि उनके इंसाफ जरूर मिलेगा। छात्राओं ने कहा कि जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिलता वह अपनी लड़ाई लड़ते रहेंगी।

Girl students sent complaint to CM via e-mail
Girl students sent complaint to CM via e-mail

मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर ही पूरे नहीं है

असंध से कांग्रेस विधायक शमशेर सिंह गोगी ने बताया कि इस मामले में हमने संज्ञान लिया है। OT ट्रेनर को दो हफ्ते की छुट्टी पर भेज दिया है। जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया है। 11 दिन में कमेटी अपनी रिपोर्ट सौपेंगी। वहीं उन्होंने कहा मेडिकल कॉलेज पर करोड़ो रुपए खर्च तो कर दिए लेकिन मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर ही पूरे नहीं है और न ही जो मशीने लगाई गई है। उन पर कोई ऑपरेटर है।

ये भी पढ़ें : बिजली विभाग की लापरवाही से बिजली का काम कर रहे लड़के की करंट लगने हुई मौत

ये भी पढ़ें :  साइबर अपराधो से बचने के लिए पुलिस ने की एडवाइजरी जारी

Connect With Us: Twitter Facebook