Girl Gave Birth Amid Blasts in Ukraine: यूक्रेन में बम धमाकों के बीच भारत की ऊषा ने दिया लड़की को जन्म

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Girl Gave Birth Amid Blasts in Ukraine

भारतीय एम्बेसी नहीं पहुंचा पाई मदद Girl Gave Birth Amid Blasts in

गुहला चीका के गांव भागल की रहने वाली है उषा Girl Gave Birth Amid Blasts in Ukraine

मिसाइलों के शोर में जन्मी बच्ची, परिवार में खुशी और डर का माहौल

स्थानीय निवासियों और पड़ोस में रह रहे भारतीयों ने गर्भवती उषा को पहुंचाया अस्पताल

कुलभूषण शर्मा,  गुहला चीका:
Girl Gave Birth Amid Blasts in Ukraine: रूस के धमाकों से यूक्रेन जल रहा है। वहां रह रहे भारतीयों सहित दूसरे देशों के लोगों में दहशत का माहौल है। यूक्रेन की राजधानी कीव रूस के निशाने पर है। कीव में ही कैथल के गुहला चीका के गांव भागल की रहने वाली एक महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया।

प्रसव के दौरान उषा की मदद यूक्रेन निवासियों के अलावा भारतीय और पाकिस्तान के लोगों ने भी की Girl Gave Birth Amid Blasts in Ukraine

Girl Gave Birth Amid Blasts in Ukraine
शनिवार को पैदा हुई बच्ची की सूचना सोमवार को उनके पैतृक घर भागल पहुंची। प्रसव के दौरान गर्भवती उषा की मदद यूक्रेन के स्थानीय निवासियों के अलावा वहां रह रहे भारतीय और पाकिस्तान के लोगों ने भी की। लेकिन इस मौके पर भारतीय एंबेसी की मदद इस परिवार को नहीं मिल सकी। अब उषा व उसका पति युद्ध रुकने की प्रार्थना कर रहे हैं ताकि वह अपने नवजात बच्ची को लेकर अपने पैतृक निवास भारत लौट सकें। सोमवार को यूक्रेन से प्राप्त सूचना के अनुसार फिलहाल जच्चा व बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।

बच्चे को यूक्रेन की नागरिकता मिले इसलिए गई यूक्रेन Girl Gave Birth Amid Blasts in Ukraine

गुला चीका के गांव भागल कहां रहने वाला रघुवीर पुनिया नामक युवा 6 साल पहले रोजी-रोटी की तलाश में यूक्रेन गया था। रघुबीर के भाई सत्यवान पूनिया ने बताया कि वह वहां यूक्रेन की राजधानी कीव में काम करता है। 2 महीने पहले रघुवीर अपने गांव भागल आया था।
वापिस लौटते समय वह अपनी 4 साल की बेटी सीरत और पत्नी उषा को भी साथ ले गया। उस समय उषा गर्भवती थी। उसका मानना था की अगर बच्चा यूक्रेन में हुआ तो नवजात को वहां की स्थाई नागरिकता मिल जाएगी और वे कानूनी रूप से वहां रह सकेंगे।

उस वक्त नहीं थे वहां युद्ध जैसे हालात Girl Gave Birth Amid Blasts in Ukraine

सत्यवान ने बताया कि परिवार के लोगों ने रघुवीर को इसलिए नहीं रोका क्योंकि उस वक्त वहां युद्ध जैसे हालात नहीं थे। सब कुछ सामान्य था। शुक्रवार की रात उषा को प्रसव पीड़ा हुई लेकिन उन्हें किसी भी तरह की कोई डॉक्टरी सहायता नहीं मिल पाई। यूक्रेन के स्थानीय निवासियों और वहां रह रहे भारतीयों ने उषा को कुबेनकोई यूक्रेनी स्ट्रीट कीव के एक अस्पताल में भर्ती करवा दिया। जहां शनिवार को उषा ने एक लड़की को जन्म दिया।

रघुवीर ने फोन पर सुनाई आपबीती, कहा नहीं मिल रही सहायता Girl Gave Birth Amid Blasts in Ukraine

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 रघुबीर के भाई सत्यवान पूनिया ने बताया कि जिस समय रघुबीर गया था, उस समय युद्ध जैसे हालत नहीं थे। जिसके चलते परिजनों ने भी उन्हें नहीं रोका। परंतु उन्हें क्या पता था कि परिस्थितियां पल भर में ऐसी बदल जाएंगी कि उन्हें अपने बच्चों की चिंता के लिए सांस रोक-रोक कर एक-एक दिन बिताना पड़ेगा।
सत्यवान ने बताया कि परिवार के लोग अपने बच्चों को लेकर कितने चिन्तित हैं कि वे दिन में दो दो-तीन तीन बार फोन करके अपने बच्चों को तो सांत्वना देने का प्रयास कर रहे हैं। जब भी उनके फोन की घंटी बजती है तो एक बार तो कलेजा मुंह को निकल आता है कि न जाने कौन सा पल क्या संदेश लेकर आ जाए।

भगवान के भरोसे घर पर ही रह रहे हैं कि शायद युद्ध रुक जाए Girl Gave Birth Amid Blasts in Ukraine

जब रघुवीर से यूक्रेन में बातचीत की गई तो उसका गला रूंध गया और वह कठिनाई से ही बोल पाया उसने रोते हुए अपनी दर्द भरी दास्तान सुनानी शुरू की रघुवीर ने बताया कि उन्हें भारतीय एमएससी की तरफ से किसी भी प्रकार की सहायता नहीं मिल रही एंबेसी के अधिकारियों का कहना है कि वह किसी अन्य देश के बॉर्डर के नजदीक 20 25 किलोमीटर दूर पैदल चलकर जाएं उनकी कोई सहायता हो सकती है|
रघुवीर का कहना है कि इस हालत में वह जच्चा व बच्चा को घर से नहीं निकाल सकता यातायात का कोई ऐसा साधन भी नहीं मिल रहा जो उन्हें बॉर्डर तक पहुंचा दे हे भगवान के भरोसे इस आशा से घर पर ही रह रहे हैं कि शायद युद्ध रुक जाए या उन्हें भारत की तरफ से कोई मदद मिल जाए जिसके बाद में अपने वतन वापस लौट सकें रघुवीर ने बताया कि उनके पास जालंधर का ही एक युवक भी रह रहा है अब एंबेसी के अधिकारियों ने फोन उठाने भी बंद कर दिए हैं

विधायक पहुंचे रघुवीर के घर दिया सहायता का आश्वासन Girl Gave Birth Amid Blasts in Ukraine

सोमवार को सूचना पाकर विधायक ईश्वर सिंह रघुवीर के घर भागल पहुंचे और उनके परिवार के लोगों से बातचीत की। रघुबीर के पिता मेवा सिंह ने विधायक के समक्ष गुहार लगाई कि उनके बच्चे की वतन वापसी का जल्द प्रबंध करवाया जाए।
बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए ईश्वर सिंह ने कहा कि उन्होंने इस मामले को लेकर उपायुक्त कैथल से बात की है और जल्द ही सीएम व डिप्टी सीएम के संज्ञान में यह मामला लाकर यूक्रेन में फंसे रघुबीर पूनिया व उसके बच्चों की सहायता की जाएगी और उसे सकुशल भारत लाने का भरसक प्रयास किया जाएगा।