क्या आप जानते हैं कि रोज आपका शरीर कितन ऐसी चीज़ों को भी कंज्यूम करता है जो उसके लिए नहीं बने हैं. ऐसी चीज़ें जो उसे नुकसन पहुंचाती है. गलत खान-पान और तनावभरी जीवनशैली के चलते ये सभी आम बात है. इसकी वजह से सुस्ती और आलस होती है और आप काम ठीक से नहीं कर पाते हैं. आपके चेहरे पर कील मुंहासे होते रहते हैं? अगर ऐसा आपके साथ हो रहा है तो आपको अपने शरीर की तरफ ध्यान देने की जरूरत है. एक स्वस्थ शरीर का राज होता है कि उसे समय-समय पर डीटॉक्स करते रहना चाहिए. यानी शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालते रहना चाहिए.
- अपने शरीर को डी -ऑक्सीडेंट खाद्य पदार्थों की आदत डालें. फल और हरी सब्जियां खाएं. खाने के साथ-साथ खीरे का सलाद खाएं.
- दवाइयों या इंजेक्शन से बनी सब्जियां खाने से परहेज करें. संभव हो तो पुदीने, धनिए और अदरक जैसी हर्ब्स गमलों में उगाएं.
- ग्रीन टी शरीर के मेटाबोलिज्म के लिए अच्छी रहती है. ग्रीन टी में नेचुरल एंटी-ऑक्सीडेंट होता है जो हमारे शरीर के हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है.
- लहसून का इस्तेमाल करना शुरू कर दें. क्योंकि ये शरीर में भारी धातु और रसायन सहित अन्य विषैले तत्वों को बाहर निकलता है.
- नींबू का रस पीएं. कोशिश करें कि ताजा जूस पीएं. क्योंकि नींबू का जूस दुनिया के सर्वश्रेठ डीटॉक्स पेय पदार्थों में से एक है.
- चीनी को कम कर दें. अगर शरीर का मेटाबोलिज्म बढ़ाना है तो चीनी की मात्रा कम कर दें. मीठे से दूरी बनाएं रखना शरीर को डीटॉक्स रखने के लिए फायदेमंद है.
- नींद पूरी लें. नींद पूरी न होने की वजह से भी हम सुस्त और आलसी हो जाते हैं. काम करने की क्षमता भी घट जाती है.
- गहरी सांस लेने का अभ्यास करने. जिससे ऑक्सीजन शरीर के अंदर जा सके.