- जेनिसिस ने रचा इतिहास, 28 बच्चों ने 99 पेरसेंटाइल से अधिक व 50 विद्यार्थियों ने 98 पर्सेंटाइल से अधिक अंक प्राप्त किए
Aaj Samaj (आज समाज),Genesis Classes,प्रवीण वालिया, करनाल: उत्तर भारत में जेनिसिस क्लासिस ने हर बार की तरह इस बार भी अपना अव्वल स्थान सुनिश्चत किया। देश के इंजीनिरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा जेईई मेंस का द्वितीय चरण का परिणाम घोषित किया गया।
वही पर 28 बच्चों ने 99 पेरसेंटाइल से अधिक तथा, 50 विद्यार्थयों ने 98 पर्सेंटाइल से अधिक अंक प्राप्त किए। जेनिसिस के मंयक गुप्ता ने 100 परसेंटाईल फिजिक्स में और टोटल परसेंटाइल 99.9, अमित सिंह ने 100 परसेंटाईल मैथ्स में, टोटल परसेंटाइल 99.9 और उमंग खत्री ने टोटल परसेंटाइल 99.8 प्राप्त कर करनाल का नाम रोशन किया। वहीं पर 98 से अधिक अंक पाने वालों की संख्या भी काफी अधिक रही।
इस खुशी को सैक्टर -6 मार्किट में जेनिसिस परिसर में नाच-गाकर मनाया गया। इस खुशी को जेनिसिस क्लासिस के डायरेक्टर जितेंद्र सिंह अहलावत तथा नवनीत कल्हण ने विद्यार्थियों की मेहनत और जेनिसिस स्टॉफ की लग्न और सतत मार्गदर्शन को समर्पित किया। वहीं अभिभावकों ने कहा कि जेनिसिस का जवाब नहीं। वहीं बच्चों ने कहा कि इस सफलता के असली हकदार जेनिसिस क्लासिस के टीचर्स और स्टॉफ है। जिन्होंने कभी मायूस नहीं होने दिया। पिछले 15 साल पहले जेनिसिस ही नहीं करनाल और हरियाणा में गिनती के बच्चें मेडिकल कॉलेज और इंजीनियिर कॉलेजों में प्रवेश ले पाते थे।
15 साल पहले जो सपना जेनिसिस क्लासिस के संस्थापक जितेंद्र अहलावत और नवनीत कल्हण ने करनाल ही नहीं उत्तर भारत के लोगों को दिखाया था। आज जेनिसिस क्लासिस के बच्चों को एम्स, मेडिकल कॉलेज, आईआईटी, प्रतिष्ठित और सरकारी इंजीनियरिंग कालेजों में प्रवेश का प्रतिशत 70 प्रतिशत से अधिक पहुंच गया। जो देश ही नहीं उत्तर भारत में एक रिकॉर्ड है। जानकारी देते हुए जेनिसिस क्लासिस के संस्थापक जितेंद्र अहलावत तथा नवनीत कल्हण ने बताया कि उन्होंने हौसले और मेहनत के साथ बच्चों के लेकर 15 साल पहले सफर शुरू किया था।
जो बच्चों की मेहनत, शिक्षकों का मार्गदर्शन और करनाल ही नहीं उत्तर भारत के लोगों का भरोसा कारण बना। एक सफल और क्वालिटी वाईज विद्यार्थियों के कारवां। जेनिसिस क्लासिस के बच्चें आज दुनिया में देश ही नहीं विदेश में भी कार्यरत है। आज यहां के बच्चें मल्टीनेशनल कम्पनियों में करोड़ों का पैकेज ले रहे है। वहीं यहां के विद्यार्थी जो मेडिकल कॉलेजों में सलेक्ट हुए वह भी आज देश-विदेश में सफलता का इतिहास रच रहें हैं।