***|| जय श्री राधे ||***
🌺🙏 महर्षि पाराशर पंचांग 🙏🌺
🙏🌺🙏 अथ पंचांगम् 🙏🌺🙏
****ll जय श्री राधे ll****
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दिनाँक:-25/08/2022, गुरुवार
त्रयोदशी, कृष्ण पक्ष,
भाद्रपद
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
मिथुन
परिवार की चिंता रहेगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। परोपकार करके मानसिक सुख अर्जित करेंगे। व्यापारिक स्थिति आशाजनक रहेगी। पारिवारिक, मांगलिक कार्य की योजना बनेगी। कर्ज लेने से बचना चाहिए। सकारात्मक होना आपके लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि नकारात्मकता आज आप पर हावी रहेगी।क्योंकि आपकी गलत सोच का असर आपके आसपास की सभी चीजों पर पड़ सकता है।
तिथि———- त्रयोदशी 10:37:10 तक
पक्ष————————– कृष्ण
नक्षत्र————- पुष्य 16:14:57
योग———- वरियान 25:55:04
करण———– वणिज 10:37:11
करण——- विष्टि भद्र 23:33:07
वार———————– गुरूवार
माह———————– भाद्रपद
चन्द्र राशि——————- कर्क
सूर्य राशि——————– सिंह
ऋतु————————– वर्षा
सायन———————— शरद
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर—————— शुभकृत
संवत्सर (उत्तर) ———————नल
विक्रम संवत—————- 2079
गुजराती संवत————– 2078
शक संवत—————— 1944
वृन्दावन
सूर्योदय————— 05:55:49
सूर्यास्त—————- 18:46:23
दिन काल————- 12:50:33
रात्री काल————- 11:09:55
चंद्रास्त—————- 17:55:38
चंद्रोदय—————–28:42:14
लग्न—- सिंह 7°39′ , 127°39′
सूर्य नक्षत्र——————– मघा
चन्द्र नक्षत्र——————- पुष्य
नक्षत्र पाया——————–रजत
🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩
हो—- पुष्य 09:37:24
ड—- पुष्य 16:14:57
डी—- आश्लेषा 22:51:10
डू—- आश्लेषा 29:26:00
💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
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सूर्य=सिंह 07:12 मघा , 3 मू
चन्द्र =कर्क 11 °23, पुष्य , 3 पा
बुध =कन्या 04 ° 07′ उ o फा o ‘ 3 पा
शुक्र=कर्क 22°05, आश्लेषा ‘ 2 डू
मंगल=वृषभ 08°30 ‘ कृतिका ‘ 4 ए
गुरु=मीन 13°30 ‘ उ o भा o, 3 झ
शनि=कुम्भ 27°33 ‘ धनिष्ठा ‘ 2 गी
राहू=(व) मेष 22°25’ भरणी , 3 ले
केतु=(व) तुला 22°55 विशाखा , 1 ती
🚩💮🚩 मुहूर्त प्रकरण 🚩💮🚩
राहू काल 13:57 – 15:34 अशुभ
यम घंटा 05:56 – 07:32 अशुभ
गुली काल 09:08 – 10:45 अशुभ
अभिजित 11:55 – 12:47 शुभ
दूर मुहूर्त 10:13 – 11:04 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:21 – 16:12 अशुभ
वर्ज्यम 30:19* – 32:04* अशुभ
🚩गंड मूल 16:15 – अहोरात्र अशुभ
💮चोघडिया, दिन
शुभ 05:56 – 07:32 शुभ
रोग 07:32 – 09:08 अशुभ
उद्वेग 09:08 – 10:45 अशुभ
चर 10:45 – 12:21 शुभ
लाभ 12:21 – 13:57 शुभ
अमृत 13:57 – 15:34 शुभ
काल 15:34 – 17:10 अशुभ
शुभ 17:10 – 18:46 शुभ
🚩चोघडिया, रात
अमृत 18:46 – 20:10 शुभ
चर 20:10 – 21:34 शुभ
रोग 21:34 – 22:58 अशुभ
काल 22:58 – 24:21* अशुभ
लाभ 24:21* – 25:45* शुभ
उद्वेग 25:45* – 27:09* अशुभ
शुभ 27:09* – 28:33* शुभ
अमृत 28:33* – 29:56* शुभ
💮होरा, दिन
बृहस्पति 05:56 – 07:00
मंगल 07:00 – 08:04
सूर्य 08:04 – 09:08
शुक्र 09:08 – 10:13
बुध 10:13 – 11:17
चन्द्र 11:17 – 12:21
शनि 12:21 – 13:25
बृहस्पति 13:25 – 14:30
मंगल 14:30 – 15:34
सूर्य 15:34 – 16:38
शुक्र 16:38 – 17:42
बुध 17:42 – 18:46
🚩होरा, रात
चन्द्र 18:46 – 19:42
शनि 19:42 – 20:38
बृहस्पति 20:38 – 21:34
मंगल 21:34 – 22:30
सूर्य 22:30 – 23:26
शुक्र 23:26 – 24:21
बुध 24:21* – 25:17
चन्द्र 25:17* – 26:13
शनि 26:13* – 27:09
बृहस्पति 27:09* – 28:05
मंगल 28:05* – 29:00
सूर्य 29:00* – 29:56
🚩💮 उदयलग्न प्रवेशकाल 💮🚩
सिंह > 05:32 से 06:38 तक
कन्या > 06:38 से 08:48 तक
तुला > 08:48 से 11:02 तक
वृश्चिक > 11:02 से 13:18 तक
धनु > 13:18 से 15:48 तक
मकर > 15:48 से 17:26 तक
कुम्भ > 17:26 से 18:54 तक
मीन > 18:54 से 19:28 तक
मेष > 19:28 से 10:00 तक
वृषभ > 10:04 से 11:52 तक
मिथुन > 11:52 से 02:12 तक
कर्क > 02:12 से 05:16 तक
🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
💮दिशा शूल ज्ञान————-दक्षिण
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा केशर खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
🚩 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
15 + 13 + 5 + 1 = 34 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
केतु ग्रह मुखहुति
💮 शिव वास एवं फल -:
28 + 28 + 5 = 61 ÷ 7 = 5 शेष
ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक
🚩भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
प्रातः 10:37 से रात्रि 23:30 तक
मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी
💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮
*सर्वार्थ व अमृत सिद्धि योग 16:15 तक
*कैलाश यात्रा 2 दिन की प्रारम्भ
* गुरुपुष्य योग 16:14 तक
*मासिक शिवरात्रि व्रत
💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮
वित्तेन रक्ष्यते धर्मो विद्या योगेन रक्ष्यते ।
मृदुना रक्ष्यते भूपः सत्स्त्रिया रक्ष्यते गृहम् ।।
।। चा o नी o।।
दान गरीबी को ख़त्म करता है. अच्छा आचरण दुःख को मिटाता है. विवेक अज्ञान को नष्ट करता है. जानकारी भय को समाप्त करती है.
🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩
गीता -: मोक्षसान्यांसयोग अo-18
इति ते ज्ञानमाख्यातं गुह्याद्गुह्यतरं मया ।,
विमृश्यैतदशेषेण यथेच्छसि तथा कुरु ॥,
इस प्रकार यह गोपनीय से भी अति गोपनीय ज्ञान मैंने तुमसे कह दिया।, अब तू इस रहस्ययुक्त ज्ञान को पूर्णतया भलीभाँति विचार कर, जैसे चाहता है वैसे ही कर॥,63॥,
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