Geeta Mahotsav के उपलक्ष में राजकीय वरिष्ठ माध्यामिक विद्यालय मांदी में जागरूकता शिविर का आयोजित

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गीता ग्रंथ के बारे में जानकारी देते विपिन कुमार शर्मा।
गीता ग्रंथ के बारे में जानकारी देते विपिन कुमार शर्मा।
  • गीता ग्रंथ विश्व के महान ग्रंथों में सबसे श्रेष्ठ ग्रंथ : विपिन कुमार शर्मा

Aaj Samaj (आज समाज), Geeta Mahotsav, नीरज कौशिक, नारनौल :
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के दिशा निर्देशानुसार व उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्षा मोनिका गुप्ता के मार्गदर्शन में आज भगवत गीता महोत्सव-2023 के उपलक्ष में राजकीय वरिष्ठ माध्यामिक विद्यालय मांदी में जागरूकता शिविर का आयोजन किया।

कार्यक्रम में नैतिक मूल्यों की शिक्षा के नोडल अधिकारी एवं पूर्व जिला बाल कल्याण अधिकारी विपिन कुमार शर्मा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि गीता ग्रंथ विश्व के महान ग्रंथों में सबसे श्रेष्ठ ग्रंथ है। हमारे सभी ग्रंथों की रचना वेदों पर आधारित है, परन्तु गीता ग्रन्थ की रचना स्वयं भगवान के मुख से हुई है। भगवान विष्णु ने स्वयं कहा है कि गीता के पांच अध्याय मेरा सिर है, पाच अध्याय मेरी भुजाएं हैं, ग्यारहवा अध्याय मेरा हृदय, दिल व मन है।

सोलहवां अध्याय मेरा उदर है, सत्रहवां अध्याय मेरी जंघा है, अठारवां अध्याय मेरे चरण है। सभी 7 सौ श्लोक मेरी नाड़िया है और गीता के जो अक्षर है वो मेरे रोम है जिसके अर्थ में ह्रदय में विचारता रहता हूं और आनन्द प्राप्त करता हूं। गीता के ज्ञान को सुनकर बहुत जीव कृतार्थ हुए हैं ऐसा है हमारा गीता ग्रंथ। गीता हमें जीवन जीने की राह व संस्कार सिखाती है। आज गीता दुनिया को आध्यात्मक, संस्कृति व धर्म के कारण मानवता को जीने की प्रेरणा देती है। भगवान कृष्ण ने कुरुक्षेत्र की धरती पर 5000 वर्ष पूर्व महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन को इस ज्ञान के माध्यम से विश्व को किस प्रकार जीना है का सन्देश देकर अपना जीवन सफल बनाने का मार्ग दिखाया है।

गीता किसी विशेष जाति, धर्म के लिए नहीं है। समाज में जो भी बुराइयां अवसाद व्यापक है उनका सबका समाधान गीता में है। गीता महोत्सव के जरिए आमजन को भारत व हरियाणा की समृद्ध संस्कृति के बारे में अवगत करवाया जा रहा है। बच्चों को गीता सन्देश से नैतिक मूल्यों को ग्रहण करके अपना चरित्र उज्जवल बनाना चाहिए। अन्त में सभी बच्चों से अनुरोध किया गया कि वें उच्च शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की शिक्षा को भी अवधारण करें ताकि अच्छे समाज व समृद्ध राष्ट्र का निर्माण हो सकें।

इस अवसर पर विशेष रूप से सभी अतिथियों, अध्यापकों व बच्चो ने गीता श्लोकों का गाकर उच्चारण किया।

इस अवसर पर बाल भवन से तीरंदाजी कोच सुरेन्द्र शर्मा, प्रवक्ता सरोज, मधुबाला, महावीर प्रसाद, राजेश यादव व कविता, टीजीटी घीसाराम, जेबीटी अध्यापक वेद प्रकाश, किशोर कुमार व जगरूप के अलावा बच्चे मौजूद थे।

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