देश को विकास की नई ऊंचाई पर ले जाएगा 100 लाख करोड़ रुपए का मास्टर प्लान
आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
देश के बहुप्रतिक्षित मास्टर प्लान का शुक्रवार को शुभारंभ कर दिया गया। आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह 100 लाख करोड़ की योजना देश को उन्नति के नए चरम पर पहुंचाएगी। इस मास्टर प्लान को गति शक्ति योजना का नाम दिया गया है जिसे प्रधानमंत्री ने लॉन्च किया। इसके अंर्तगत जहां औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा। वहीं इस योजना से एयरपोर्ट, सड़क और रेल यातायात की व्यवस्था में सुधार होने की उम्मीद जताई जा रही है।
आखिर कैसे जुटाए जाएंगे 100 लाख करोड़ (Gati Shakti Master Plan 2021 )
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2019 में बजट पेश करते हुए 100 लाख करोड़ के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की घोषणा की थी। जो कि पंचवर्षीय योजना यानि कि 2019-20 से लेकर 2024-25 तक खर्च किए जाएंगे। इस नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन की योजना के लिए टास्क फोर्स बनाई गई थी। जिसने अप्रैल 2020 में अपनी रिपोर्ट जमा करवाते हुए 111 लाख करोड़ के निवेश की जरूरत बताई थी।
Digital तरीके से होगी National master plan की निगरानी
पीएम के सपनों को उड़ान देने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा। जिसे 2024-25 तक पूरा किया जाना है। इसमें रेलवे, रोडवेज सहित 16 मंत्रालयों को शामिल किया जाएगा। जिससे कि इन्फ्रास्ट्रक्चर कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट्स की इंटीग्रेटेड प्लानिंग और इम्प्लीमेंटेशन किया जा सके। इससे विकास कार्यों को गति देने का प्रयास किया जाएगा। योजना से जुड़े विकास कार्यों की जियोग्राफिक इन्फॉर्मेशन सिस्टम मोड में डाल दिया गया है।
एनआईपी के प्रोजेक्ट में इन 4 सेक्टर का दबदबा
शक्ति मास्टर प्लान में सबसे अधिक हिस्सेदारी एनर्जी सेक्टर की है जो कि 24 प्रतिशत के हिसाब से सबसे अधिक है। वहीं रोड की 19 फीसदी भागीदारी रहेगी जिससे कि सड़क व्यवस्था को ओर बेहतर बनाया जाएगा। इसी प्रकार इन्फ्रास्ट्रक्चर की 16 और रेलवे के प्रोजेक्ट की 13 प्रतिशत हिस्सेदारी रहेगी।