12 आरोपी गिरफ्तार, पूछताछ में जुटी पुलिस
Delhi Crime News (आज समाज), नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे लोगों की पहचान का अभियान जारी है। उपराज्यपाल के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस अन्य सुरक्षा एजेंसियों की सहायता से यह अभियान तेजी से चला रहीं हैं। दरअसल उपराज्यपाल ने दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान के लिए यह अभियान चलाने के आदेश दिए थे। जब पुलिस ने यह अभियान चलाया तो बहुत सारे ऐसे तथ्य सामने आए जिनमें देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था।
दिल्ली पुलिस ने अब कुछ ऐसे लोगों को गिरफ्त में लिया है जो अवैध रूप से रह रहे लोगों को पहचान पत्र बनाकर देते थे। इस संबंधी जानकारी देते हुए दक्षिण जिला पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान ने बताया कि जनता प्रिंट्स नाम की एक वेबसाइट से 20 रुपए में ये फर्जी कागजात प्रिंट करते थे। रजत मिश्र नाम का एक आरोपी ये वेबसाइट 2022 से चला रहा है।
फर्जी आधार कार्ड और वोटर कार्ड बनाते थे
दक्षिण जिला पुलिस ने अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में रहने के लिए यहां के फर्जी आधार कार्ड व वोटर कार्ड आदि दस्तावेज बनाने वाले मृदुल मियां, उसकी पत्नी सिंथिया शेख, फरदीन अहमद उर्फ अभी अहमद व उसकी पत्नी रीपा, अफरोज, साहिल सहगल, दीपक मिश्रा, सोनू कुमार, सद्दाम हुसैन, मोहम्मद चांद, रणजीत व बरेली से एक बांग्लादेशी महिला मुन्नी शेख को गिरफ्तार किया गया है।
पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने शुरुआत में अपनी उम्र 18 साल से कम दिखाते हुए आधार कार्ड बनवाए थे, क्योंकि दिल्ली में कई केंद्रों पर ऐसे कार्ड बनाना आसान था। 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए कार्ड दिल्ली में सिर्फ चार केंद्रों तक सीमित थे। इसके बाद दीपक मिश्रा (34) को अंबाला से पकड़ लिया गया। उसने खुलासा किया कि उसके बहनोई सोनू कुमार ने जनता प्रिंट्स साइट बनाई थी। सेक्टर 55, नोएडा निवासी सोनू कुमार (31) निवासी को नोएडा से पकड़ा। यहां से उसने फर्जी वेबसाइट बनाने का तरीका सीखा था। वह नोएडा में एक साइबर कैफे चलाता है।
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