कैथल। हरियाणा सहित विभिन्न राज्यों के बेरोजगार युवक-युवतियों को नौकरी अथवा लोन दिलवाने के नाम पर आर्थिक शोषण करने वाले अंतरराज्जीय जालसाल गिरोह का कैथल पुलिस ने पदार्फाश किया है। पुलिस ने नोएडा सेक्टर 6 में दबिश देकर फर्जी कॉल सेंटर की मार्फत जालसाजी रैकेट चला रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से वारदात में प्रयुक्त किए जा रहे 32 मोबाइल फोन और बोगस दस्तावेज बरामद किए। जालसाज रैकेट के सदस्य अपने शिकार को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर आर्थिक शोषण करते थे।
कई राज्यों में फेला था जाल
एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि राकेश कुमार निवासी माता गेट कैथल की शिकायत पर थाना शहर में सात मई को दर्ज मामले अनुसार उसने कावेरी बिजनेस सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटिड देहरादून, उतराखंड आनलाइन पोर्टल पर नौकरी के लिए आवेदन किया था। कंपनी ने ज्वानिंग के समय 30 हजार रुपए सैलरी देने की बात कही थी, जिसके दौरान 10 फाइले ओपन करवाने का टारगेट दिया गया। राकेश कुमार की ओर से कंपनी की शर्त अनुसार 10 फाइले ओपन करा दी, जो उसने प्रत्येक फाइल की फीस 4100 रुपये आनलाइन अमेजन की माध्यम से ट्रांसफर कर दी गई। इसके उपरांत कथित कंपनी द्वारा उसे कोई सैलरी नहीं दी गई और ना कोई लोन उपलब्ध करवाया गया और उसके द्वारा ट्रांसफर की गई नकदी उक्त फर्जी कंपनी द्वारा हडप ली गई।
एसपी ने बताया कि पुलिस द्वारा अभियोग का संजीदगी पूर्वक संज्ञान लेते हुए मामला स्पेशल साईबर अपराध शाखा कैथल पुलिस के सुपूर्द करके जल्द से जल्द अपराधियों को गिरफ्तार करने के आदेश दिए गये थे। मामले की जांच डीएसपी विवेक चौधरी की अगुवाई में स्पेशल साईबर अपराध शाखा प्रभारी इंस्पेक्टर मुकेश कुमार, पी/एसआई सुभ्रांषु, एसआई सुरेंद्र कुमार, हैडकांस्टेबल रविंद्र कुमार, एचसी कुलदीप सिंह तथा एचसी संदीप सिंह की टीम द्वारा करते हुए 23 जून की शाम नोएडा सैक्टर 6 में दबिश देकर करीब 24 वर्षीय आरोपी आसमऊ उर्फ आशु, 21 वर्षीय सलमान तथा 21 वर्षीय आवेज सभी निवासी गांव रसूलपुर औरंगाबाद जिला मेरठ उत्तरप्रदेश को काबू करके गिरफतार कर लिया गया। जिनके कब्जे से वारदातों में प्रयुक्त किए गये 32 मोबाईल फोन तथा बोगस कंपनी से संबधित अन्य जाली दस्तावेज बरामद किए गये है। सभी आरोपियों का वारदात में प्रयुक्त लैपटोप, मोबाईल फोन, फर्जी कंपनी की मोहरें व दस्तावेजों की बरामदगी व अब तक कितने व्यक्तियों के साथ तथा कितने रुपए की ठगी की जा चुकी है कि जानकारी सहित व्यापक पुछताछ के लिए 01 जुलाई तक 7 दिन के लिए पुलिस रिमांड हासिल किया गया है। जिनसे गहनता पूर्वक व्यापक पूछताछ की जा रही है।
पूछताछ में कबूलीं वारदात
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों द्वारा पूछताछ के दौरान कबूला गया की वे सितंबर 2020 से सेक्टर 6 नोएडा में तीन फर्जी कंपनियों कावेरी बिजनैस सोल्यूशन प्राईवेट लिमिटिड, अपोलो बिजनेस सोल्युशन तथा इंटरनेशनल बिजनेस सोल्यूशन के नाम से फर्जी कॉल सेंटर चलाये हुये थे। कंपनी मे नौकरी देने के लिये वे आनलाइन साईटों से डेटा उठाकर विभिन्न व्यक्तियों को कॉल करके आनलाईन पोर्टल पर नौकरी हासिल करने के लिए अप्लाई करवाते थे। जब फोन पर बात करने वाला व्यक्ति उनकी झांसे मे आ जाता था तो वे उसे कंपनी में ज्वाईनिंग करवाकर फर्जी ज्वानिंग लैटर भी मेल या व्हाट्सएप के माध्यम से आनलाइन भेज देते, जिसके दौरान जब व्यक्ति समझता कि वह नौकरी पर है तो ये सभी आरोपी उक्त व्यक्ति को दस फाइले ओपन करवाने का टारगेट देते थे और एक फाइल की 4100 रुपए फीस आनलाईन हासिल कर लेते। जालसाजी पूर्वक ऐंठी गई नकदी को वे आपस में बांटकर बाद में पिड़ित व्यक्ति का फोन उठाना बंद कर देते। तथा अन्य बोगस कंपनी के नाम अपना गौरखधंधा चालु रखते हुए युवाओं को फांसने के धंधे में लिप्त रहते थे। आरोपियों द्वारा कबूला गया कि उनके द्वारा इस तरह हरियाणा सहित विभिन्न राज्यों से सैंकड़ों लोगों को टारगेट बनाकर जालसाजी पूर्वक लाखों रुपए नकदी ऐंठी जा चुकी है।