प्रवीण वालिया, करनाल:
Game Teaches To Deal with Shortages: खेल चुनौतियों से जूझने की कला है। खेल परिस्थितियों से संघर्ष करना सिखाता है और अभावों से जूझ कर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। संघर्षों में तप कर मनुष्य और निखरता है, इसलिए संघर्षों से न घबराएं। उपरोक्त टिप्पणी एडवेंचर स्पोर्ट्स की खिलाड़ी एवं प्रसिद्ध पर्वतारोही अनिता कुंडू ने गीता जयंती महोत्सव में देश की महिला खिलाडियों की उपलब्धियों पर आयोजित एक परिचर्चा के दौरान की।
खिलाड़ियों के साथ, खिलाड़ियों की बता पर चर्चा Game Teaches To Deal with Shortages
परिचर्चा का विषय था खिलाड़ियों के साथ, खिलाड़ियों की बात। एडवेंचर स्पोर्ट्स को सामान्य खेलों से अलग बताते हुए अनिता कुंडू ने कहा कि सामान्य खेलों में खिलाडिों का उत्साह बढ़ाने के लिए सामने पब्लिक बैठी होती है। लेकिन एडवेंचर स्पोर्ट्स में सिर्फ प्रकृति ही आपके साथ होती है और उसी से प्रेरणा मिलती है। उल्लेखनीय है कि पर्वतारोही अनीता कुंडू को अर्जुन पुरस्कार के समकक्ष तेनजिंग नोर्गे नेशनल एडवेंचर अवार्ड 2019 से सम्मानित किया जा चुका है।
बाक्सिंग खिलाड़ी थे विशिष्ट अतिथि Game Teaches To Deal with Shortages
परिचर्चा में भाग लेने वाली एक अन्य प्रसिद्ध बॉक्सिंग खिलाड़ी एवं कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डॉ. संतोष दहिया ने कहा कि अक्सर हम छोटी छोटी चीजों पर ध्यान नहीं देते, लेकिन छोटी छोटी चीजें ही व्यक्तित्व को संवारती हैं। जीवन में आगे बढे के लिए छोटी छोटी चीजों से भी सीख मिलती है। इसलिए इन चीजों पर भी ध्यान देना चाहिए। डॉ. संतोष दहिया राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता हैं, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में बतौर प्रोफेसर कार्यरत हैं और एशियन वीमेन बॉक्सिंग कमीशन की सदस्य हैं।
पुस्तक देश का गौरव का विमोचन: Game Teaches To Deal with Shortages
हरियाणवी महिला खिलाड़ी का लोकार्पण किया गया। इसके लेखक डॉ. प्रदीप शर्मा स्नेही हैं। कार्यक्रम में मंडल प्रचार अधिकारी, वन विभाग सरोज पंवार बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित थीं। उनके अलावा परिवहन एवं विद्युत विभागों के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजीव रंजन भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। श्री मदभगवत गीता वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुरुक्षेत्र के छात्र यजुर कौशल ने सुमधुर स्वर में सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। डॉ प्रदीप शर्मा स्नेही कार्यक्रम के मुख्य वक्ता थे। उन्होंने विभिन्न महिला खिलाडियों के संघर्षों एवं उपलब्धियों को बहुत ही रोचक तरीके से उपस्थित विद्यार्थियों और श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत किया।
युवाओं को खिलाड़ी बनने की प्रेरणा Game Teaches To Deal with Shortages
हरियाणा की विभिन्न महिला खिलाडियों की संघर्ष गाथा के माध्यम से उन्होंने आने वाली पीढ़ी को खिलाडी बनने की प्रेरणा दी। ग्रंथ अकादमी के कार्यक्रम में पूर्व और वर्तमान खिलाडियों के मध्य भावनात्मक प्रवाह अविरल बहा। कार्यक्रम में 1967-68 में राजस्थान की राष्ट्रीय स्तर की बास्केटबॉल खिलाड़ी मधु कौशल अत्यंत भावुक हो गईं और उनके संतोष दहिया और अनीता कुंडू को सम्मानित करने हेतु मंच पर आते ही कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोग द्रवित हो गए।
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