एचयूआईडी के खिलाफ ज्वेलर्स में रोष

0
326

विरोध करते हुए ज्वेलर्स ने दुकानें बंद रखीं
दिनेश मौदगिल, लुधियाना:
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कानून एचयूआईडी नंबर के खिलाफ ज्वेलर्स और स्वर्णकारों में काफी रोष पाया जा रहा है। जिस कारण सोमवार को ज्वेलर्स और स्वर्णकारों ने अपनी दुकानें बंद रखकर रोष जताया। आॅल इंडिया ज्वेलर्स और स्वर्णकारों द्वारा यह रोष एचयूआईडी को रद करने के लिए दिखाया गया। इसी के चलते शहर में ज्यादातर ज्वेलर्स की दुकानें बंद रही। इस संबंध में न्यू सर्राफा बाजार एसोसिएशन के प्रधान विनय थापर ने ‘आज समाज’ के साथ खास बातचीत की। विनय थापर ने बताया कि हम हॉलमार्क का तो समर्थन करते हैं मगर केंद्र्र सरकार द्वारा एचयूआईडी नंबर नियम लागू करना बिल्कुल गलत है। इस नियम में दुकानदारों को अपने सभी आभूषणों पर एचयूआईडी नंबर लगवा कर रखने होंगे, जो दुकानदारों के लिए मेंटेन करना काफी मुश्किल है। उन्होंने कहा कि इसके कई कारण है। आभूषण के एक सेट पर एचयूआईडी लगने से उस आभूषण सेट में से कोई एक चीज बिकने पर सेट के अन्य सामान को दोबारा एचयूआईडी नंबर लगवाना पड़ेगा। दुकानदार इसी चक्कर में लगे रहेंगे कि किस आभूषण पर यह नंबर लगा कर रखा जाए। विनय ने बताया कि आभूषणों की डिटेल पहले सेंटर की वेबसाइट पर भेजनी पड़ेगी और वहां से यह डिटेल हॉलमार्क सेंटर पर पहुंचेगी। इसके पश्चात आभूषण को हॉलमार्क सेंटर पास करेगा और फिर सेंट्रल इसे एचयूआईडी नंबर लगा फिर हॉलमार्क सेंटर को भेजेगा। इस प्रतिक्रिया में 2 से 3 दिन का समय लगेगा। उन्होंने कहा कि अगर इसी बीच किसी ग्राहक ने तुरंत कोई सामान खरीदना हो तो दुकानदार के लिए यह सामान बेचना काफी कठिन हो जाएगा और ग्राहक दुकानदार को इतना समय नहीं देगा। जिससे दुकानदारों का नुकसान होगा। उन्होंने सरकार से मांग की है की हॉलमार्क का तो हम समर्थन करते हैं, मगर एचयूआईडी नंबर हमारे ग्राहक खराब करेगा। जिससे छोटे दुकानदारों को भारी नुकसान और कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ज्यादा बड़े दुकानदार के पास ज्यादा स्टॉफ होने की वजह से वह तो मैनेज कर लेंगे, मगर छोटे दुकानदारों के लिए यह बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाएगा। विनय ने कहा कि जब दुकानदारों की सेल चेक होती है और दुकानदार पूरा टैक्स देते हैं, फिर भी सरकार को अगर किसी दुकानदार की सेल पर शंका होती है ,तो वह उस दुकानदार की सेल चेक कर कर सकती हैं मगर वहीं सरकार नाजायज ढंग से कंट्रोल अपने पास रखना चाहती है। विनय ने कहा कि पहले कोरोना महामारी ने हमारा कारोबार खत्म के समान करके रख दिया, वही केंद्र सरकार अब ऐसे नियम लागू करके हमारे कारोबार को क्या बिल्कुल खत्म करना चाहती है। विनय थापर ने कहा कि सरकार ज्वेलर्स और स्वर्णकारों पर तो नाजायज के नियम लगाकर शुद्धता चाहती है, मगर जो इंसान के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, खाने पीने की वस्तुएं जनता को शुद्ध क्यों नहीं मिल रही और उन की शुद्धता की जांच के लिए सरकार ने ऐसे सख्त कानून क्यों नहीं बनाए।