Fruits for women after delivery : डिलवरी के बाद हर महिला को जरूर खाने चाहिए ये फल

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Fruits for women after delivery : गर्भवती महिला जब नवजात को जन्म देती है तो इसके बाद महिला के शरीर को सामान्य स्थिति में लौटने में लंबा समय लग जाता है। पोस्टपार्टम के दौरान महिला के शरीर में शारीरिक और मानसिक रूप से कई बदलाव होते हैं डिलीवरी के बाद न सिर्फ शिशु की देखभाल जरूरी होती है, बल्कि मां की सेहत का भी खास ध्यान रखा जाना चाहिए। महिलाओं के शरीर को दोबारा हेल्दी और मजबूत बनाने के लिए सही न्यूट्रिशन का बेहद जरूरी है।

बच्चा होने के बाद मां को क्या खाना चाहिए

1. आयरन और कैल्शियम के लिए पत्तेदार सब्जियां

डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में खून की मात्रा कम हो जाती है, जिससे आयरन की कमी हो सकती है। पत्तेदार सब्जियों का सेवन आयरन की कमी को दूर करने में मदद करता है और कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है। पत्तेदार हरी सब्जियां जैसे पालक, सरसों के पत्ते और मेथी आयरन और कैल्शियम से भरपूर होते हैं, इनका सेवन लाभदायक होता है।

फायदे

आयरन से भरपूर होने के कारण पत्तेदार सब्जियां हीमोग्लोबिन के लेवल को बनाए रखने में मदद करती हैं।
कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करने में सहायक होता है।
पत्तेदार सब्जियों में विटामिन K भी होता है, जो शरीर की सामान्य रिकवरी में सहायक है।

2. एनर्जी के लिए ओट्स

ओट्स न केवल ऊर्जा प्रदान करने वाले होते हैं, बल्कि यह स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी बेहद फायदेमंद हैं। ओट्स में घुलनशील फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और लंबे समय तक पेट भरा महसूस कराता है। यह दूध उत्पादन को बढ़ाने में भी मददगार साबित हो सकता है।

फायदे

ओट्स ऊर्जा का बेहतरीन सोर्स है, जो थकान को कम कर सकता है।
घुलनशील फाइबर पाचन तंत्र को सही रखने में सहायक होता है।
ओट्स का सेवन स्तनपान में भी मदद करता है, जिससे मां के दूध की क्वालिटी में सुधार हो सकता है।

3. ओमेगा-3 फैटी एसिड्स के लिए सैल्मन मछली

सैल्मन मछली ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर होती है, जो दिमाग और दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती है। डिलीवरी के बाद शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण महिलाओं को मानसिक और शारीरिक दोनों प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स मूड को सही रखने और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने में मददगार साबित होते हैं। सैल्मन में पाया जाने वाला प्रोटीन और विटामिन D हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।

4. प्रोबायोटिक्स के लिए दही

दही प्रोबायोटिक्स और कैल्शियम का अच्छा सोर्स है, जो पाचन और हड्डियों की मजबूती के लिए बेहद जरूरी होते हैं। पोस्टपार्टम फेज में महिलाओं के पाचन तंत्र को ठीक रखना जरूरी होता है और दही इसमें मदद कर सकता है। इसके अलावा, दही कैल्शियम से भरपूर होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स पाचन को सही रखते हैं और गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं।

5. हेल्दी फैट्स के लिए नट्स और सीड्स

नट्स और सीड्स जैसे बादाम, अखरोट, चिया सीड्स आदि हेल्दी फैट्स और प्रोटीन से भरपूर होते हैं, जो महिलाओं के शरीर को ताकत और ऊर्जा प्रदान करते हैं। यह न केवल शरीर को स्वस्थ रखते हैं, बल्कि हार्ट हेल्थ को भी बेहतर करते हैं। इनका सेवन मानसिक और शारीरिक दोनों स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं।