कैथल। (मनोज वर्मा) बच्चे भगवान का स्वरूप होते हैं और उनकी सेवा में ही नारायण की सेवा छुपी होती है। यह विचार सिविल हस्पताल के डॉक्टर सुशील शर्मा बेबी ने स्लेम बस्ती चीका में गरीब बच्चों को फल और बिस्कुट बांटते हुए कहे। उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा ही सर्वोपरि धर्म होता है और हमें जरूरतमंदों की सेवा और सहयोग के लिए बढ़-चढकर भाग लेना चाहिए। डॉक्टर बेबी जिला रेड क्रॉस सोसाइटी की वालंटियर एवं आजीवन सदस्य भी हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं और इनका अच्छा लालन-पालन से ही राष्ट्र खुशहाल बनता है। कार्यक्रम में जिला जूनियर रेड क्रॉस काउंसलर प्राध्यापक राजा झींंजर ने कहा कि भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी जन सहयोग एवं सेवा के कार्यों में हमेशा पहली पंक्ति पर रही है और रेड क्रॉस के अमूल्य मानवीय कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
उन्होंने कहा कि यह विश्व स्तरीय संस्था हमेशा जाति पाती, धर्म और संप्रदाय से दूर रहकर निस्वार्थ सेवा की प्रेरणा देती है। शहर के समाजसेवी भगवानदास जैन ने कहा कि आज समाज में जन सहयोग को बढ़ावा देने की जरूरत है ताकि आपसी भाईचारा और प्रेम भाव बना रहे। उन्होंने कहा कि हमें दूसरों की भलाई के लिए सदा तैयार रहना चाहिए ताकि असहाय एवं दीन हीन लोग स्वयं को कमजोर महसूस ना करें। जैन ने कहा कि जन सहयोग और सेवा की भावना मनुष्य को पारिवारिक और सामाजिक संस्कारों से प्राप्त होती है।
उन्होंने कहा कि जूनियर रेड क्रॉस काउंसलर राजा झींंजर की टीम मार्च 2020 से अथक प्रयासों से जनसेवा का नया उदाहरण प्रस्तुत कर रही है। इस अवसर पर सैकड़ों बच्चों को फल और बिस्कुट पैकेट्स तथा बुजुर्गों को राशन किट, नंगे पैर बुजुर्गों को चप्पल जूते व कोविड-19 जनसुरक्षा थाली देकर सम्मान बढ़ाया गया। समाजसेवी राज्य अध्यक्ष नीलम सिंगला, सोनल कंसल, कश्मीरी लाल गर्ग, राम दत्त शर्मा ने जनसेवा को ईश्वर भक्ति का मूल मंत्र बताया। उन्होंने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा होती है और इस प्रकार की भावना से समाज में एकजुटता एवं भाईचारा कायम रहता है। इस अवसर पर जूनियर रेड क्रॉस काउंसलर एवं समाजसेवी बुटा सिंह हंसू माजरा, सुनील कुमार, मोहनलाल, राम भगत, मनोर लाल, सोनू, भक्ति देवी, रानी, सतनाम सिंह इत्यादि बस्ती वासी भी उपस्थित थे।