प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर :
डीसी राहुल हुड्डा ने कहा कि यमुनानगर जिले के शहजादवाला गांव में पंचायत की जमीन पर वन विभाग द्वारा मॉडल के रूप में फलदार पौधे लगाकर अनूठी पहल की है। यदि इसका अनुसरण राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी किया जाए तो इसके सकरात्मक परिणाम होंगे। पंचायत भूमि पर फलदार व छायादार पौधे लगाने से पंचायत की आय में बढ़ोतरी होती है वहीं पर्यावरण को भी बढ़ावा मिलता है। डीसी राहुल हुड्डा ने सोमवार को देर सायं भीलपूरा, शहजादवाला व डारपुर में वन विभाग द्वारा पंचायती भूमि पर किए गए पौधारोपण का निरीक्षण करने गए थे। उन्होंने इस बारे में जिला वन मण्डल अधिकारी सूरज भान से विस्तार से जानकारी ली और उनके कार्य की सराहना भी की।
पंचायती जमीन पर लगाए फलदार पौधे
उन्होंने बताया कि यमुनानगर जिले के भीलपुरा गांव में पांच हैक्टयर भूमि पर 2021-22 में शीशम सहित विभिन्न किस्म के पौधे लगाए गए है जिनका वन विभाग द्वारा रख-रखाव किया जा रहा है। इसी प्रकार शहजादवाला में भी पंचायत की 15 हैक्टयर भूमि पर भी 4200 पौधे लगाए गए है जिनमें 3000 पौधे आम की विभिन्न किस्मों के है वहीं आडू, अमरूद, नींबू व चीकू के पौधे भी शामिल है। उन्होंने बताया कि इस पूरी जमीन की विभाग द्वारा चारो तरफ करौंदा व बांस के पौधो से सुरक्षा की दृष्टिï से रोपित किए गए है जो कि बाड़ व फैसिंग का कार्य करेगे। उन्होंने बताया कि डारपुर गांव में 20 हैक्टयर जमीन में 10 हजार छायादार व फलदार पौधे लगाए गए है। इनमें शीशम, जामुन, जमोया के पेड़ शामिल है।
पंचायत की आय में होगी बढोतरी
वन मण्डल अधिकारी ने डीसी को बताया कि इन पौधो का रख-रखाव वन विभाग द्वारा किया जाता है। सरकार के नियमानुसार 3 साल बाद यह पेेड़ पंचायत को सुपुर्द किए जाते है जिससे पंचायत की आय भी होती है और पर्यावरण को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा शहजादवाला में माडॅल के रूप में पंचायत की जमीन पर फलदार पौधो की खेती की है। इसके लिए उपायुक्त ने वन विभाग के इस कार्य की सराहना भी की है।
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