Frontiers in Cellular and Infection Microbiology
आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
कोरोना के नए वेरिएंट की खबरें आने के बाद लोगों की टेंशन बढ़ गई है। दुनिया के कुछ देशों में कोरोना वायरस का नया वेरिएंट सामने आया है, जिसे देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सतर्क रहने की हिदायत दी है। विदेश में कोरोना के नए वेरिएंट B.1.1529 के मिलने के बाद मंत्रालय ने अलर्ट जारी किया है। आपको जानकार हैरानी होगी कि ए, बी और आरएच+ ब्लड ग्रुप वालों पर कोविड का अधिक खतरा होता है। यह जानकारी निकली है सर गंगा राम अस्पताल में अनुसंधान विभाग और रक्त आधान चिकित्सा विभाग (Department of Research and Department of Blood Transfusion Medicine) द्वारा किए गए एक शोध में। इस शोध में पाया गया है कि ए, बी और आरएच+ (A, B and Rh+) ब्लड ग्रुप वाले लोग अतिसंवेदनशील होते हैं। ऐसे में वे जल्दी संक्रमित होते हैं।
वहीं ओ, एबी और आरएच- (O, AB and Rh-) ब्लड ग्रुप वाले लोगों में कोविड-19 (COVID-19 infection) का खतरा कम होता है। यह भी पाया गया कि रक्त समूहों और रोग की गंभीरता के साथ-साथ मृत्यु दर के लिए संवेदनशीलता के बीच कोई संबंध नहीं है।
यह शोध फ्रंटियर्स इन सेल्युलर एंड इंफेक्शन माइक्रोबायोलॉजी (Frontiers in Cellular and Infection Microbiology) के 21 नवंबर के संस्करण में प्रकाशित हुआ है।
सर गंगा राम अस्पताल, नई दिल्ली (SGRH) के अनुसंधान विभाग की डॉ. रश्मी राणा (Dr. Rashmi Rana) के अनुसार गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम कोरोनावायरस 2 (Severe acute respiratory syndrome coronavirus 2) एक नया वायरस है। और यह स्पष्ट नहीं है कि रक्त समूहों का कोविड -19 जोखिम पर कोई प्रभाव पड़ता है या नहीं। इसलिए, हमने इस अध्ययन में एबीओ और आरएच ब्लड ग्रुप के साथ कोविड-19 की संवेदनशीलता, रोग का निदान, ठीक होने में लगने वाले समय और मृत्यु दर की जांच की।
वास्तविक समय पीसीआर के माध्यम से परीक्षण किए गए कुल 2,586 कोविड -19 पॉजिटिव रोगियों पर किया गया था, जिन्हें 8 अप्रैल, 2020 से 4 अक्टूबर, 2020 तक एसजीआरएच में भर्ती कराया गया था।
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पुरुष रोगियों में महिला रोगियों की तुलना में कोविड -19 का खतरा अधिक (Frontiers in Cellular and Infection Microbiology)
रक्त आधान विभाग, सर गंगा राम अस्पताल, नई दिल्ली के सह-लेखक और अध्यक्ष डॉ विवेक रंजन (Dr. Vivek Ranjan) के अनुसार, “हमने यह भी पाया कि रक्त समूह बी के पुरुष रोगियों में महिला रोगियों की तुलना में कोविड -19 का खतरा अधिक होता है। रक्त समूह बी और रक्त समूह एबी के साथ 60 वर्ष आयु वर्ग के रोगियों में संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील पाया गया।
हमारे अध्ययन में यह भी पाया गया कि ब्लड ग्रुप ए और आरएच + प्रकार रिकवरी अवधि में कमी के साथ जुड़े हुए हैं, जबकि ब्लड ग्रुप ओ और आरएच- रिकवरी अवधि में वृद्धि से जुड़े हैं। हालांकि, एबीओ या आरएच रक्त समूह इस संबंध के लिए जिम्मेदार नहीं हो सकते हैं, क्योंकि ये सह-रुग्णता जैसे अस्पष्टीकृत अंतर्निहित कारक का संकेत दे सकते हैं। इसलिए, रक्त समूहों और SARS-CoV-2 के बीच संबंध का पता लगाने के लिए बड़े, बहुकेंद्रीय और संभावित अध्ययन की आवश्यकता है।
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