Panipat News (आज समाज) पानीपत: सावन के महीने में हर साल लाखों कांवड़िये गंगा जल से भरे कांवड़ लेकर वापस अपने घर जाते हैं। इस साल भी लाखों श्रद्धालु कांवड़ यात्रा में शामिल हुए है। वहीं, पानीपत में कावड़ यात्रा से वापस लौट रहे चार कांवड़िये यमुना नदी में डूब गए। यमुना में सनौली पुल के पास स्नान करने उतरे गांव निंबरी निवासी मां-बेटे सहित चार कांवड़िये कुंड में जाने पर डूब गए। गनीमत रही कि चारों को वहां तैनात गोताखोरों ने तुरंत छलांग लगाकर पानी से बाहर निकाल बचा लिया। उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। इनमें एक सोनीपत का रहने वाला है। जबकि तीन एक ही परिवार के सदस्य हैं। गांव निंबरी की रहनी वाली कमलेश बेटे बलविंदर उर्फ बल्ली के साथ हरिद्वार से कांवड़ लेकर लौट रही थी। उनके साथ परिवार का एक और सदस्य था। सोमवार शाम करीब छह बजे तीनों सनौली के पास यमुना बार्डर पर पहुंचे और कांवड़ को बल्लियों पर झुला कुछ देर आराम के बाद तीनों यमुना में कुंड के पास उतर स्नान करने लगे। तभी कमलेश पैर फिसलने से डूबने लगी। उसने डूबते समय बेटे को पकड़ लिया, इस पर बलविंदर भी मां के साथ कुंड में चला गया। मां-बेटे को डूबता देख परिवार के तीसरे सदस्य ने उन्हें बचाने का प्रयास किया और वो भी पानी में गहराई में चला गया। तीनों ही एक साथ पानी में डूबने लगे तो बचाव में शोर मचा दिया। उन्हें डूबते देख वहां खड़े गोताखोर दिलशाद, मासूम, मुस्तकीम, बिलाल और जाहिद ने तुरंत छलांग लगाकर मां-बेटे सहित तीनों को बाहर निकाला और एक बड़ा हादसा होने से टल गया। इससे पहले गोताखोरों ने सोनीपत निवासी कावड़िये अंकित को भी यमुना में स्नान करने के दौरान डूबते समय बचाया।