इशिका ठाकुर,करनाल:
करनाल के गांव फतेहगढ़ में दो पक्षों के बीच चुनाव के दौरान मारपीट हो गई जिसमें 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए घायलों को इलाज के लिए करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में भर्ती करवाया गया पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति पर नियंत्रण पा लिया। हालांकि गांव फतेहगढ़ में केवल एक मतदान केंद्र है जोकि अति संवेदनशील घोषित किया गया था बावजूद इसके इस मतदान केंद्र पर पुलिस प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई जहां पुलिस प्रशासन की ओर से कम संख्या में पुलिसकर्मी मतदान केंद्र पर तैनात किए गए थे जो की वास्तविक स्थिति के अनुसार नाकाफी थे।
एक महिला सहित चार लोग गंभीर रूप से घायल
प्राप्त जानकारी के अनुसार जैसे ही मतदान शुरू हुआ उसके कुछ ही देर बाद दोनों पक्षों के बीच वोट डालने को लेकर विवाद हो गया और बात इतनी बढ़ गई की तेजधार हथियार चलने लगे जिसमें एक महिला सहित चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए तथा कुछ महिलाएं तथा पुरुष मामूली रूप से घायल हुए। झगड़े के चलते मतदान प्रक्रिया लगभग ढाई घंटे तक रोक दी गई जिसके बाद दोबारा मतदान शुरू करवा दिया गया। प्रशासन द्वारा दोबारा चुनाव प्रक्रिया शुरू करवाने को लेकर एक पक्ष के लोगों में काफी रोष नजर आया ।
8-10 महिलाओं को हिरासत में लिया
इस घटना के मामले में पीड़ित एक पक्ष की तरफ से एक वीडियो सामने आ रही है जहां पर 8-10 महिलाओं को हिरासत में लेकर पुलिस कर्मी पुलिस वैन में बिठा कर ले जा रहे हैं। वही पुलिसवेन में मौजूद एक लड़की नवदीप कौर ने इसका वीडियो बना लिया और उसे मीडिया के साथ साझा करते हुए कहा कि जब महिलाओं को हिरासत में लेते हुए पुलिस वैन में बिठाया गया तो उस वक्त कोई भी महिला पुलिसकर्मी उनके साथ मौजूद नहीं थी पुलिस वैन में केवल दो पुलिसकर्मी दिखाई दे रहे हैं जिनमें से एक ड्राइवर है और उसके साथ एक अन्य पुलिसकर्मी बैठा हुआ है। यह वीडियो गांव फतेहगढ़ की बताई जा रही है।
पुरुष पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को जबरन मौके से हटाया
घटना में घायल हुए सरपंच पद के उम्मीदवार सुखविंदर सिंह परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा किहमला करने वाले अमृतपाल सिंह पूर्व सरपंच के पक्ष के लोग हैं। इस हमले में सरपंच पद के उम्मीदवार सुखविंदर सिंह के सहयोगी सिमरनजीत वे हरपाल सिंह को भी गंभीर चोट आई हैं। पीड़ित पक्ष की महिलाओं ने जिला प्रशासन द्वारा मतदान शुरू करवाने का विरोध करते हुए कहा कि मौके पर न तो सरपंच पद के उम्मीदवार मौजूद है और न ही उनके एजेंट मतदान केंद्र पर मौजूद हैं। एक पक्ष की महिलाओं ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि मौके पर पर्याप्त महिला पुलिसकर्मी मौजूद न होने के बावजूद पुरुष पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को जबरन मौके से हटाया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और मतदान उन्हें शुरू करवा दिया गया है।
करनाल जिला उपायुक्त अनीश यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि फतेहगढ़ संवेदनशील गांव है जिला प्रशासन की ओर से विशेष तौर पर इस गांव में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया है।
उन्होंने कहा कि मतदान कुछ समय के लिए रोक दिया गया है और उनकी घायलों को लेकर डॉक्टर से भी बात हुई है। जिला उपायुक्त ने कहा कि निसिंग स्वास्थ्य केंद्र में पर्याप्त सुविधाएं न होने के कारण गंभीर रूप से घायलों को करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है घायलों के परिजनों से प्रशासन द्वारा लगातार बातचीत की जा रही है। निश्चित तौर पर मतदान प्रक्रिया फतेहगढ़ में पूर्णता संपन्न करवाई जाएगी।
करनाल पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया
करनाल पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने जानकारी देते हुए बताया कि संवेदनशील मतदान केंद्र पर 2 कर्मचारी के अलावा दो अन्य कर्मचारी नियुक्त किए गए थे। उन्होंने कहा कि पहले 2 उम्मीदवारों के एजेंटों के बीच मामूली आपसी कहासुनी हुई जिसके बाद अन्य लोग इस कहासुनी में शामिल हो गए और उसके बाद दोनों पक्षों के बीच झगड़ा शुरू हो गया।
घटना की गहनता के साथ जांच की जा रही है और पुलिस प्रशासन के समक्ष जो तथ्य आए हैं। उनके आधार पर दोषियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। करनाल जिला पुलिस अधीक्षक गंगाराम ने कहा कि इस पूरे मामले में किसी भी प्रकार की कोई ढील नहीं बरती जाएगी।
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