श्री आनंदपुर साहिब/ चंडीगढ़(आज समाज)। विधान स•ाा हलका श्री आनंदपुर साहिब के अधीन आने वाली नीम पहाड़ी इलाके चंगर के गांवों में सिंचाई के लिए नहरी पानी पहुंचाने के लिए लिफ्ट सिंचाई योजना का आज कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस द्वारा नींव पत्थर रखा गया। 90 करोड़ रुपये की लागत वाले इस प्रोजेक्ट का नींव पत्थर चंगर की राजधानी के रूप में जाने जाने वाले समलाह गांव में रखा गया।
यह लिफ्ट सिंचाई योजना पंजाब राज्य की अब तक की सबसे बड़ी योजना है। बैंस ने कहा कि जब वे पहली बार इस इलाके में आए थे, तो उन्होंने यह अपने मन में इच्छा धारण की थी कि जब •ाी परमात्मा ने ताकत बख्शी, तो चंगर के गांवों की पानी की कमी वाली समस्या दूर करनी है। उन्होंने कहा कि आज मुझे बहुत खुशी है कि परमात्मा ने मेरे मन की इच्छा पूरी कर दी है।
उन्होंने कहा कि इस लिफ्ट सिंचाई योजना के लिए 23 वि•ाागों और केंद्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद इस योजना पर आज काम शुरू हो सकेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से अनुमति लेने में ही डेढ़ साल से अधिक समय बीत गया। उन्होंने बताया कि 10 पंप सेट के माध्यम से चंगर के इलाके में खेती की अधीन 3300 एकड़ रकबे को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को छह महीने में पूरा किया जाएगा।
दशकों से इस इलाके के लोग सिंचाई के लिए पानी जैसी बुनियादी सुविधा ना मिलने के कारण दुख में हैं। उन्होंने कहा कि चंगर के गांवों में पानी ना होने के कारण चंगर के वासियों को गर्मी के मौसम में अपने घर और खेत छोड़कर पानी के लिए श्री आनंदपुर साहिब से निकालकर सतलुज के नजदीकी क्षेत्रों में ले जाना पड़ता है, और पीछे रही फसलों को जंगली और आवारा पशु खराब कर देते हैं जिस कारण किसानों को हर साल नुकसान उठाना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि मेरा चंगर के खेतों तक पानी पहुंचाने का सपना साकार हो गया है और चंगर इलाके को अच्छा इलाका बनाने के लिए इसकी तस्वीर और यहां रह रहे लोगों की किस्मत बदलने के लिए 300 करोड़ रुपये की एक और योजना तैयार की जा रही है, जिससे हर घर तक पीने का साफ पानी और इलाके के खेतों में तार लगाने की व्यवस्था की जाएगी। इस प्रोजेक्ट संबंधी वर्ल्ड बैंक के साथ बातचीत चल रही है जिसके जल्द पूरा होने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि चंगर के इलाके में दो दशकों से बंद पड़े चार गहरे ट्यूबवेल फिर से चालू किए गए हैं और दो और नए ट्यूबवेल लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि चंगर के इलाके लखेड में देश का सबसे बेहतरीन स्कूल आफ हैपीनेस बनाया जा रहा है, जहां प्राथमिक स्तर तक की विद्या मिलेंगी।