एनसीपी और कांग्रेस की प्रेस कांन्फ्रेंस खत्म होने के तुरंत बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन से डरने की जरूरत नहीं है। अभी छह महीने का समय हैं। साथ ही उद्धव ने राष्ट्रपति शासन की आलोचना की। उनहोंने कहा कि हम अभी भी सरकार बना सकते हैं हमें थोड़ा वक्त चाहिए। कांग्रेस और एनसीपी से बातचीत चल रही है। कांग्रेस-एनसीपी ने हमसे समय मांगा था। हमें राज्यपाल ने समय नहीं दिया। बहुमत साबित करने के लिए 24 घंटे का वक्त कम है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारा सरकार बनाने का दावा अभी भी कायम है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि कल पहली बार मैंने एनसीपी कांग्रेस से संपर्क किया था। जो पहले बातें फैलाई जा रहीं थी वह गलत थी। उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्यपाल महाराष्ट्र पर ज्यादा उदार हैं। दो अलग विचारधाराओं के लोग भी साथ आकर सरकार बना सकते हैं। जम्मू-कश्मीर, बिहार का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि दो अलग विचारधाराओं के लोग मिलकर सरकार बना चुके हैं। भाजपा के साथ जाने का विकल्प हमने नहीं खत्म किया, यह भाजपा ने खत्म किया था। उनका बातचीत करने का तरीका ठीक नहीं था। महाराष्ट्र जैसे राज्य में सरकार बनाना आसान नहीं होता।