अंबाला सिटी। अंबाला के पूरे क्षेत्र का विकास रास्ता जिस आईएमटी होकर जा रहा था उसे कुमारी सैलजा ने रोक दिया। सैलजा ने साजिश के तहत अंबाला में आईएमटी नहीं लगने दिया। जिन्होंने हमारे अंबाला के बच्चों से रोजगार का हक छीन लिया उनसे हमारा कोई संबंध नहीं। हम उनके साथ हैं जो अंबाला के विकास की बात करेगा, जो हमारे बच्चों के साथ न्याय करेगा। यह बातें पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा ने कही। वे रविवार को अंबाला में आयोजित भव्य कार्यकर्ता सम्मेलन में बोल रहे थे। सम्मेलन में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
विनोद शर्मा ने कहा कि जिस आईएमटी के लिए उन्होंने अपना जी जान लगा दिया था, उस आईएमटी को अंबाला में नहीं लगने दिया गया। मैंने इसीलिए कांग्रेस का साथ छोड़ दिया। मैं सिर्फ उनके साथ हूं जो अंबाला के विकास की बात करेगा। विनोद शर्मा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की तारीफ करते हुए कहा कि देर से ही सही लेकिन मनोहर लाल ने अंबाला में आईएमटी की बात कर एक उम्मीद जगाई है। एक मुख्यमंत्री अगर कोई बात कहता है तो उसके कई सार्थक मायने होते हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पहल से निश्चित तौर पर अंबाला के विकास का मार्ग आसान होगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा ने अंबाला में बनने वाली आईएमटी के कैंसिल होने के लिए सीधे तौर पर कांग्रेस हाईकमान व कांग्रेसी सांसद कुमारी सैलजा को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि सैलजा ने आईएमटी का विरोध किया और कांग्रेस हाईकमान ने उसकी मदद की। यही कारण रहा है कि अंबाला व आस पास के हजारों युवाओं का रोजगार का सपना टूट गया। यदि तत्कालीन प्रदेश सरकार चाहती तो विरोध के बावजूद भी अंबाला में आईएमटी का निर्माण हो सकता था। कांग्रेस व कुछ स्वार्थी कांग्रेसी नेताओं ने युवाओं के रोजगार का अधिकार छीना और इसी कारण मैंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया था।
कांग्रेस हाईकमान ने आईएमटी का विरोध करने वाली कुमारी सैलजा को इनाम के तौर पर राज्यसभा में सांसद बनाकर भेज दिया। जनता से कुछ छुपा नहीं, वह सब जानती है। अंबाला के लोगों ने इस लोकसभा चुनाव में सैलजा को करारी हार का तोहफा देकर शानदार जवाब दिया है। इसके बावजूद कांग्रेस हाईकमान ने सबक नहीं सीखा, बल्कि कुमारी सैलजा को कांग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष बना दिया।
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आईएमटी स्थापित होता तो मिलता हर घर रोजगार
विनोद शर्मा ने कहा कि अगर अंबाला में आईएमटी की स्थापना हो जाती तो घर-घर में रोजगार होता। अंबाला के युवाओं को रोजगार के लिए अपना घर छोड़कर न जाना पड़ता। आईएमटी बनने के बाद निश्चिततौर पर एक साल में ही अंबाला क्षेत्र के 10 हजार युवाओं को रोजगार मिलता, लेकिन सैलजा द्वारा किए गए विरोध के कारण रोहतक में आईएमटी का निर्माण हो गया, पर अंबाला में नहीं हो पाया। जबकि इन दोनों स्थानों पर आईएमटी स्थापित करने की घोषणा एक ही दिन हुई थी।
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आईएमटी की घोषणा पर सीएम की तारीफ
विनोद शर्मा ने कहा कि अब सीएम मनोहर लाल ने अंबाला में आईएमटी बनाने का वायदा किया है। मेरा मानना है कि सीएम जब कोई घोषणा कर रहे हैं तो उसका एक महत्व है और मुझे विश्वास है कि सीएम अंबाला में आईएमटी लगवाकर रहेंगे। अंबाला के लोगों को उनका समर्थन करना चाहिए जो अंबाला के विकास की बात करें, आईएमटी लगवाने की बात करें, ताकि युवाओं को रोजगार मिल सके। सीएम मनोहर लाल ने तृतीय व चुतुर्थ श्रेणी में इंटरव्यू प्रणाली को खत्म किया, जिसकी मांग हम लंबे समय से करते रहे थे। हमें विश्वास है कि सीएम प्रथम व द्वितीय श्रेणी की सरकारी नौकरियों में भी इंटरव्यू प्रणाली को खत्म करेंगे, ताकि योग्य उम्मीदवारों को नौकरी मिल सके।
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