Kaithal News : कैथल के पूंडरी से पूर्व विधायक गोलन कांग्रेस में शामिल

0
155
कैथल के पूंडरी से पूर्व विधायक गोलन कांग्रेस में शामिल
Kaithal News: कैथल के पूंडरी से पूर्व विधायक गोलन कांग्रेस में शामिल

पूर्व विधायक रणधीर गोलन ने कांग्रेस प्रत्याशी को दिया समर्थन
रोहतक में भूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में की पार्टी ज्वाइन
Kaithal News (आज समाज) कैथल: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कैथल के पूंडरी से कांग्रेस के लिए अच्छी खबर आई है। 2019 में निर्दलीय चुनाव जीतकर विधायक बने रणधीर गोलन बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। रणधीर गोलन 2019 में भाजपा की से टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव में उतरे थे। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी वेदपाल को हराया था। साढ़े चार साल तक गोलन ने भाजपा को समर्थन दिए रखा। लोकसभा चुनाव के दौरान रणधीर गोलन सहित चार निर्दलीय विधायकों ने भाजपा से समर्थन वापस ले लिया था। रणधीर गोलन भी इस विस चुनाव में पूंडरी हलके से कांग्रेस की टिकट मांग रहे थे। लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट न देकर पूर्व विधायक सुल्तान जडौला को चुनाव मैदान में उतार। इसी से नाराज रणधीर गोलन ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भरा था। अब रणधीर गोलन ने कांग्रेस ज्वाइन कर पार्टी के प्रत्याशी सुल्तान सिंह जडौला का समर्थन किया है।

25 साल तक भाजपा से जुड़े रहे गोलन

रणधीर सिंह 25 सालों से भाजपा से जुड़े हुए थे, 2014 में भाजपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया था, परंतु वह निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश कौशिक से हार गए थे, उसके बाद 2019 में भाजपा ने उनकी जगह वेदपाल एडवोकेट को टिकट दिया था। तब रणधीर सिंह गोलन ने आजाद चुनाव लड़ कर भाजपा प्रत्याशी को हरा दिया, विधायक बनने के बाद उन्होंने भाजपा और जजपा की गठबंधन सरकार को अपना समर्थन दिया था। भाजपा सरकार में वह पशुधन विकास बोर्ड और पर्यटन विभाग के चेयरमैन रहे, लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने 7 मई को भाजपा से समर्थन वापस लेकर कांग्रेस पार्टी को दिया था।

रणधीर गोलन को पार्टी में पूरा मान सम्मान दिया जाएगा

पार्टी जॉइन करने के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि रणधीर गोलन को पार्टी में पूरा मान सम्मान दिया जाएगा। वहीं रणधीर सिंह ने कहा कि उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कहने पर कांग्रेस पार्टी जॉइन की है और वह उनके हलके के प्रत्याशी सुल्तान जडौला को पूरी सपोर्ट करेंगे।

यह भी पढ़ें : Union Health Ministry: आर्गन डोनेशन के मामले में भारत की महिलाएं आगे, पुरुष पीछे