नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद से वहां के कई नेताओं को नजरबंद रखा गया है। इनमें से एक बड़ा नाम फारुख अब्दुल्ला का है। अब जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला के खिलाफ पीएसए हटाने का निर्णय लिया है। जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत उन्हें नजरबंद रखा गया था। वह सात महीने से नजरबंद चल रहे हैं। राज्य के गृह सचिव शालीन काबरा ने एक आदेश में कहा कि 17 सितम्बर को अब्दुल्ला पर लगाया गया पीएसए को हटा दिया गया है। अब्दुल्ला पर लगाये गये पीएसए की अवधि 13 दिसम्बर को बढ़ा दी गई थी। आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होता है। बता दें कि पांच अगस्त को राज्य से आर्टिकल -370 हटाया गया था और पिछले साल 4 अगस्त से अब्दुल्ला नजरबंद थे और प्रशासन के पीएसए हटाने के करीब सात महीने बाद वह रिहा होंगे। फारुक अब्दुल्ला समेत उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और सज्जाद लोन को नजरबंद किया गया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पिछले महीने कहा था कि वह जम्मू-कश्मीर के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों के नजरबंदी से जल्द रिहा होने की प्रार्थना कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि वे कश्मीर में हालात को सामान्य बनाने में योगदान देंगे।