नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 10 हजार सैनिक भेजे है जिसके बाद वहां के सियासतदारों में खलबली मची हुई थी। श्रीनगगर से लोकसभा सांसद डॉ फारुख अब्दुल्ला अपने बेटे उमर अब्दुल्ला के साथ पीएम मोदी के साथ मुलाकात की। उनके साथ पार्टी नेता हसनैन मसूदी भी थे। उमर ने कहा कि उन्होंने पीएम मोदी से अनुरोध किया है कि किसी भी प्रकार का कोई कदम जल्दबाजी में नहीं उठाया जाना चाहिए जिससे राज्य की स्थिति खराब हो। उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि वे न्यायाधीन मामलों को अदालतों को को निपटाने दें और अन्य मामलों को एक निर्वाचित सरकार द्वारा निपटाया जाए। पीएम मोदी को यह भी अवगत कराया गया कि एक साल से अधिक समय बीत चुका है जब राज्य में कोई निर्वाचित सरकार नहीं है और नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) अध्यक्ष ने पीएम से अनुरोध किया कि वह सभी आवश्यक कदम उठाएं ताकि चुनाव आयोग सर्दियों से पहले विधानसभा चुनाव करा सके। बैठक की प्रशंसा करते हुए, उमर ने कहा कि यह बहुत सौहार्दपूर्ण वातावरण में आयोजित किया गया था। उन्होंने मुलाकात के लिए पीएम मोदी का आभार भी जताया।