नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में पांच जनवरी को नकाबपोश लोगों के कैंपस में घुसने और हिंसा करने के बाद पूरे देश में इसकी निंदा और विरोध प्रदर्शन हो रहा है। मंगलवार को जेएनयू कैंपस में हुई हिंसा की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की फारेंसिंक टीम पहुंची है। इस मामले की सघन जांच हो रही है। रविवार को यूनिवर्सिटी कैंपस में नाकाबपोशों और छात्रों के बीच जमकर झड़प हुई थी जिसमें कई छात्र घायल हुए थे। बता दें कि जेएनयू प्रशासन की ओर से शुक्रवार और शनिवार को दिल्ली पुलिस को शिकायत की थी जिसके बाद दो एफआईआर भी दर्ज की हैं। इन एफआईआर में जेएनयू के 22 छात्र नेताओं का नाम है। जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि जल्द दिल्ली पुलिस इन छात्रों को पूछताछ के लिए बुला सकती है। गौरतलब है कि शुक्रवार और शनिवार को भी छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में हंगामा किया था। छात्रों ने सर्वर रूम ठप कर लोगों को बंधक बनाने के साथ संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। जेएनयू प्रशासन ने हंगामा करने वाले इन 22 छात्रों के खिलाफ नामजद शिकायत दी थी। सूत्रों के अनुसार जेएनयू प्रशासन की ओर से विश्वविद्यालय परिसर में हो रही हिंसा और कानून व्यवस्था को काबू करने के लिए पुलिस को पत्र लिख लिखा था। जिसके बाद पुलिस ने परिसर में अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की गई।