नईदिल्ली। भारत का चीन के साथ मई महीने सेएलएसी पर तनाव और गतिरोध जारी है। इसके बीच जून महीने में दोनों देशों के जवानों के बीच हिंसक झड़प भी हुई थी। जिसके बाद सोमवार की रात चार दशकों बाद एलएसी पर फायरिंग हुई। हालांकि भारतीय जवानों ने भी चीन की फायरिंग का करारा जवाब दिया। चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद के बीच भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर मंगलवार को चार दिवसीय रूस यात्रा के लिए रवाना होंगे। विदेश मंत्री मास्को में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेंगे। संभव है विदेश मंत्री इस यात्रा के दौरान ईरान रुक सकते हैं। कूटनीतिक सलाहाकार और मामले के जानकारों का मामना है कि मॉस्को में समकक्ष वांगयी के साथ मुलाकात के साथ कर सकते हैं। संभव है कि इस बैठक में सीमा विवाद का मुद्दा उठ सकता है। जयशंकर मॉस्को में आयोजित आठ सदस्यीय शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने जा रहे हैं जिसमें भारत और चीन सदस्य हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा पूर्वी लद्दाख के हालात बहुत गंभीर हैं। दोनों पक्षों के बीच राजनीतिक स्तर पर ह्यबहुत बहुत गहन विचार-विमर्शह्ण की जरूरत है। गौरतलब है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी हाल ही में मॉस्को की यात्रा की थी। इस दौरान उन्होंने एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लिया था।