नई दिल्ली। राजस्थान का राजनीतिक संकट हर बार एक नए मोड़ पर आ जाता है। इसका अंत जल्दी होता नहीं दिख रहा है। राजस्थान केसाीएम अशोक गहलोत ने विधानसभा सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल कलराज मिश्रा के पास तीन बार प्रस्ताव भेजा था। राजस्थान के राज्यपाल ने अब तीसरी बार भी प्रस्ताव को खारिज कर दिया। प्रस्ताव खारिज होने के बाद एक बार फिर सीएम अशोक गहलोत राजभवन पहुंचे और उन्होंने यह भी कहा कि राज्यपाल क्या चाहते हैं इस बारे में उन्होंने जानेन के लिए राजभवन का रुख किया। बता देंकि इससे पहले राज्यपाल की ओर से स्वतंत्रा दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम ‘एट होम’ को भी रद्द कर दिया है। समारोह को रद्द कर दिया है। कोरोना वायरस महामारी के कारण राजभवन की ओर से यह कार्यक्रम रद्द किया गया है। राज्यपाल कलराज मिश्रा ने कहा है कि वह कोरोना वायरस को लेकर भयावह स्थिति और बढ़ते एक्टिव केसों को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने कहा, ”जब 13 मार्च को विधानसभा सत्र को रद्द किया गया था तब दो ही केस थे। उस समय कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सत्र को रद्द किया गया था।” उन्होंने आगे कहा है, ”1 जुलाई को 3381 केस थे। अब इनकी संख्या 10 हजार से अधिक है। वायरस का प्रसार एक चिंता का विषय है और लोगों को महामारी से बचाने के लिए राज्य को कुछ सख्त कदम लेने पड़ेंगे।”