नई दिल्ली। देश के आर्थिक हालात पर चिंता जताते हुए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मोददी सरकार पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि महगाई इतनी ज्यादा हो गई है लोग खाए कैसे और काम या रोजगार भी नहीं है किसी कमाई के लिए। भाजपा सरकार ने लोगों की जेब काटकर उनके पेट पर लात मारी है। उन्होंने कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति की दर के 7.35 फीसदी तक पहुंच गई है। महंगाई आसमान छू रही है जिसकी वजह से सब्जियां और खाने-पीने की वस्तुओं के दाम भी आसमान छू रहे हैं। गौरतलब है कि खाद्य पदार्थों की खुदरा महंगाई दर भी छह साल से ज्यादा के उच्चतम स्तर 14.12% पर रही। मोदी सरकार के कार्यकाल में यह पहला मौका है, जब खाने-पीने की चीजों के दाम इस कदर बढ़े हैं। सब्जियों की कीमतें दिसंबर 2019 में पिछले साल दिसंबर 2018 से औसतन 60.5 प्रतिशत ऊपर चल रही थीं। खुदरा महंगाई दर लगातार पांचवें महीने बढ़ी है। पिछले साल दिसंबर का इसका स्तर जुलाई 2014 के बाद सर्वाधिक है। खाद्य खुदरा महंगाई की दर लगातार 10 वें महीने बढ़ी है और लगातार दूसरे महीने यह दर दहाई अंक में रही है। नवंबर 2019 में खाद्य खुदरा महँगाई दर 10.01% रही थी। फरवरी 2019 में यह निगेटिव थी। यह एक साल पहले दिसंबर 2018 में यह दर 2.65% निगेटिव रही थी। प्रियंका गांधी ने वाड्रा ने ट्वीट कर कहा, ‘सब्जियां, खाने पीने की चीजों के दाम आम लोगों की पहुंच से बाहर हो रहे हैं। जब सब्जी, तेल, दाल और आटा महंगा हो जाएगा तो गरीब खाएगा क्या?’ प्रियंका ने आरोप लगाया, ‘ऊपर से मंदी की वजह से गरीब को काम भी नहीं मिल रहा है। भाजपा सरकार ने तो जेब काट कर पेट पर लात मार दी है।’