तिरुवनंतपुरम बेंगलुरु मुंबई। देश के कई बड़े हिस्से इस समय बाढ़ से जूझ रहे हैं। बारिश, तूफान, भूस्ख्लन और बाढ़ ने आम जनजीवन को तहस नहस कर दिया है। महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में भारती बारिश के कारण बाढ़ ने भयंकर तबाही मचाई है। इन राज्यों में अब तक कम से कम 80 लोगों की जान जा चुकी है। सिर्फ केरल में ही 40 लोगों को बाढ़ ने निगल लिया। वहीं, महाराष्ट्र में 29 और कर्नाटक में 11 लोग मारे जा चुके हैं। अगर केरल की बात की जाए तो हजारों लोग राहत शिविरों में हैं। केरल के 8 और कर्नाटक के 15 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। जबकि पश्चिमी महाराष्ट्र के पांच जिले बाढ़ से प्रभावित हैं।
मौसम विभाग ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत 10 राज्यों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। गौरतलब है कि वायनाड में भूस्ख्लन से दो लोगों की मौत हो गई। वायनाड राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र है। केरल और वायनाड के लिए पीएम मोदी से राहुल गांधी ने फोन पर बात की और वहां के लिए सहायता मांगी। पीएम की ओर से भी हर संभव मदद का भरोसा दिलाया गया। केरल सरकार ने शुक्रवार को स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी। एनडीआरएफ ने यहां 54 लोगों को बचाया। कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पार्किंग क्षेत्र में पानी भर जाने के कारण पहले तो शुक्रवार को आधी रात तक विमान परिचालन बंद किया गया था। अब यह रविवार दोपहर तीन बजे तक बंद रहेगा।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पतनमतिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की, एनार्कुलम और त्रिशूर जिलों में एक या दो स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश होने और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। वहीं महाराष्ट्र के दो लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सांगली और कोल्हापुर जिले बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। पश्चिमी महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित सांगली जिले में भारतीय नौसेना के 12 बचाव दलों को तैनात किया जा रहा है। कर्नाटक में कृष्णा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। 51 तहसीलों में 44 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया। 272 राहत शिविरों में करीब 17 हजार लोगों को रखा गया। मौसम विभाग ने शुक्रवार को सात जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। तमिलनाडु में भी 100 परिवारों को बचाया गया है। ओडिशा में 13 ट्रेन अभी तक रद्द की जा चुकी हैं।