Flipkart Cancellation Charge: ई-कॉमर्स दिग्गज Flipkart हाल ही में चर्चा में आ गया है, जब एक सोशल मीडिया पोस्ट में खुलासा हुआ कि कंपनी ऑर्डर कैंसिल करने पर 20 रुपये का शुल्क वसूल रही है। इस खबर ने ग्राहकों के बीच हलचल मचा दी है।
टिप्सटर अभिषेक यादव ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक स्क्रीनशॉट शेयर किया, जिसमें यह नीति स्पष्ट दिखाई गई। इसके बाद से सोशल मीडिया पर ग्राहकों ने Flipkart की इस नीति पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है।
क्या कहना है Flipkart का?
इस विवाद के जवाब में Flipkart ने स्पष्ट किया कि यह शुल्क कोई नया नियम नहीं है। कंपनी ने बताया कि:
- दो साल से लागू है यह नीति:
- यह शुल्क केवल तब वसूला जाता है जब कोई ग्राहक ऑर्डर देने के 24 घंटे बाद कैंसिल करता है।
- पहले 24 घंटे के अंदर किए गए कैंसलेशन पर कोई शुल्क नहीं लगता।
- क्यों लिया जाता है शुल्क?
- Flipkart का कहना है कि ऑर्डर कैंसिल होने से कंपनी, विक्रेता और डिलीवरी पार्टनर को नुकसान होता है।
- पैकेजिंग और शिपिंग प्रक्रिया में लागत लगती है, जिसे कवर करने के लिए यह शुल्क लिया जाता है।
- शुल्क केवल 20 रुपये है, जो इस नुकसान की भरपाई के लिए तय किया गया है।
- कंपनी के लचीले रवैये की बात:
- Flipkart ने यह भी कहा कि कुछ मामलों में यह शुल्क माफ किया जा सकता है।
ग्राहकों की प्रतिक्रिया
हालांकि यह नीति पहले से लागू थी, लेकिन अधिकांश ग्राहकों को इसके बारे में जानकारी नहीं थी। जैसे ही इस खबर ने सोशल मीडिया पर रफ्तार पकड़ी, लोगों ने Flipkart की आलोचना करना शुरू कर दिया।
- कुछ लोगों का मानना है: यह शुल्क ग्राहकों की सुविधा को कम करता है और उन्हें निर्णय बदलने की आजादी में बाधा डालता है।
- दूसरों का तर्क है: यह नीति उचित है, क्योंकि ऑर्डर कैंसिल करने से कंपनी को वास्तविक नुकसान होता है।
Flipkart का बचाव
Flipkart ने कहा कि यह शुल्क लागू करना व्यवसायिक दृष्टिकोण से सही है। जब ग्राहक ऑर्डर कैंसिल करते हैं, तो विक्रेता और डिलीवरी पार्टनर के लिए वह एक आर्थिक नुकसान होता है।