नईदिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए सेंट्रल पूल के तहत एमबीबीएस/बीडीएस सीटोंमें एक नई श्रेणी डाली। इस श्रेणी को ‘वार्ड्स आॅफ कोविड वॉरियर्स’ नाम दिया गया है। सेंट्रल पूल के अंतर्गत श्रेणी में उनका चयन किया जाएगा जिनके माता-पिता की मौत कोरोनाा मरीजों के इलाज के दौरान हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने इस श्रेणी का एलान करते हुए कहा कि यह उन सभी कोरोना वॉरियर्स के बलिदान का सम्मान करेगा, जिन्होंने निस्वार्थ भाव से कोरोना मरीजों की सेवा की है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के चलते जान गंवाने वाले कोरोना वॉरियर्स के बच्चों के लिए सेंट्रल पूल के तहत सीटें आरक्षित होंगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य कोरोना वॉरियर्स द्वारा मरीजों के उपचार और प्रबंधन में किए गए महान योगदान को सम्मानित करना है। वर्ष 2020-21 के लिए इस श्रेणी के तहत पांच केंद्रीय पूल एमबीबीएस सीटें आरक्षित की गई हैं। डॉ. हर्षवर्धन ने कोरोना संक्रमण से बचनेका उपाय बताते हुए कहा कि इस महामारी से’90 से लेकर 99 फीसदी तक सावधानी रख कर इससे बचा जा सकता है। छोटी सावधानियां जैसे अच्छी गुणवत्ता वाला मास्क, सामाजिक दूरी आदि का ध्यान रखकर इस बीमारी सेबचा जा सकता है।