नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
मत्स्य पालन विभाग की ओर से अनुसूचित जाति से सम्बंधित बेरोजगार युवको एंव युवतियों के लिए गांव ताजपुर में 10 दिवसीय मत्स्य पालन प्रशिक्षण शुरू किया है। यह जानकारी देते हुए सोमदत्त ने बताया कि यदि कोई मत्स्य किसान कोई भी पंचायती तालाब पटृट्टे पर लेता है तो उसे प्रथम वर्ष पट्टटा राशि पर वास्तविक पट्टा राशि का पचास प्रतिशत या पचास हजार रुपए प्रति दोनों में से जो भी कम हो उसका अनुदान दिया जाता है। यदि मत्स्य किसान अपने जोहड की लगातार पट्टा राशि की वार्षिक किस्त समय पर जमा करवाता है तो उसे द्वितीय वर्ष की पट्टटा राशि पर भी पच्चीस प्रतिशत अनुदान दिया जाता है। इस प्रकार यह अनुदान मत्स्य किसान को प्रति वर्ष दिया जाता है ।
दस हजार रुपए तक का अनुदान
उन्होंने बताया कि मछली पकड़ने के लिए व अपने जोहडो मे नैटिंग करने के लिए बीस हजार रुपए तक के जाल खरीदने पर पच्चास प्रतिशत के हिसाब से अधिकतम दस हजार रुपए तक का अनुदान दिया जाता है।अनुसूचित जाति के बेरोजगार युवकों / युवतियों को प्रशिक्षण के दौरान सौ रुपये प्रति दिन के हिसाब से प्रशिक्षण भता भी दिया जाता है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पुरे वर्ष चलता रहता है। उन्होंने बताया कि यदि कोई अनुसूचित जाति से सम्बंधित युवक/युवती मत्स्य पालन का प्रशिक्षण लेना चाहता है तो प्रार्थी अपना प्रार्थना पत्र सरल पोर्टल के माध्यम से विभाग को दे सकता है। विभाग द्वारा किसी भी प्रकार का अनुदान यदि कोई मत्स्य किसान लेना चाहता है तो उसके लिये मत्स्य पालन का प्रशिक्षण अनिवार्य है।
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