नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सियासी उठापटक बनी हुई है। पल-पल महाराष्ट्र की सियासी करवट देखने को मिली। हालांकि महाराष्ट्र की सियासत को लेकर लगातार नेताओं को बयान आ रहे हैं। इस बीच असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा या शिवसेना वाले किसी भी गठबंधन को सपोर्ट करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि जिस भी गठबंधन में भाजपा या शिवसेना शामिल होंगे उसे उनकी पार्टी सपोर्ट नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि हमेशा हमारी पार्टी पर यह आरोप लगाया जाता था कि हम वोट काटने के लिए चुनाव लड़ते हैं लेकिन अब सबको दिख रहा है कि वोट कौन काट रहा था। इतना ही नहीं कौन किसका समर्थन कर रहा है। ओवैसी ने स्पष्ट किया हमारे लिए शिवसेना या भाजपा में कोई फर्क नहीं है। उद्धव ठाकरे कहा चुके हैं कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या जाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपना असली चेहरा दिखा रही है। एक सवाल के जवाब में एआईएमआईएम चीफ ने कहा कि महाराष्ट्र में दो ही सूरत में सरकार बन सकती है भाजपा-शिवसेना या फिर शिवसेना,कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन बने। मुख्यमंत्री के सवाल पर ओवैसी ने कहा कि पहले निकाह तो होने दीजिए फिर देखेंगे बेटा होगा या बेटी। मतलब पहले सरकार तो बने फिर देखेंगे कि क्या मुख्यमंत्री कौन होगा। उन्होंने कहा है कि जिसके पास नंबर है वो सरकार बनाए।