चंडीगढ़। विधानसभा सत्र के पहले दिन सभी नवनिर्वाचित विधायकों को प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी संभाल रहे कांग्रेस नेता व पूर्व स्पीकर डॉ. रघुबीर सिंह कादियान ने दिलाई। सदन की कार्रवाई में सभी विधायक मौजूद रहे। शपथ ग्रहण के बाद सबसे पहले सीएम को बोलने का मौका मिला।
उन्होंने सबको 14वीं विधानसभा के सदस्य चुने जाने पर बधाई दी और कहा कि सदन में हम उम्मीद करते हैं सब अच्छा व्यवहार करें और सबको अपना बर्ताव व व्यवहार सही रखना चाहिए। हमारी कोशिश रहेगी कि सदन की बैठकों की संख्या बढ़ाई जाए। पिछली बार साल में सत्र दो बार ही होता था, लेकिन हमने इसको बढ़ाते हुए तीन बार किया और पिछले पांच साल में प्रतिवर्ष 17 सिटिंग की दर से 85 बैठक का आयोजन हुआ। हर विधायक को अपने क्षेत्र की समस्या तो सदन में रखनी ही चाहिए, साथ में राज्य के अन्य मुद्दों के बारे में भी चर्चा जरूर करें। इसके अलावा नए विधायकों को बोलने का पूरा मौका सदन में मिलना चाहिए। साथ में कोशिश होगी कि कोई भी नया बिल पास होने से पहले उसका विवरण समय रहते विधायकों को पहले उपलब्ध करवाया जाए। साथ में ध्यान रखें कि लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका अहम होती है।
किरण चौधरी ने की कॉलिंग अटेंशन मोशन बढ़ाने की मांग
पूर्व नेता विपक्ष किरण चौधरी ने नए स्पीकर को बधाई दी और साथ में मांग की है कि पिछली बार स्पीकर रहे कंवरपाल गुर्ज्जर से उनकी लगातार बहस होती थी, क्योंकि वो उनके कॉलिंग अटेंशन मोशन को आगे बढ़ने नहीं देते थे। ऐसे में उनकी मांग है अबकी बार ऐसा न हो और उनको प्रस्तावों को सही तरीके से प्रोसीड किया जाए।
पद की गरिमा को बनाए रखूंगा : ज्ञानचंद गुप्ता
स्पीकर चुने गए ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि मुझे अहसास है कि बड़ी जिम्मेदारी दी गई है और हर संभव कोशिश करूंगा कि इसका निर्वहन सही तरीके से कर पांऊ। इसके अलावा मैं पद की गरीमा बनाए रखने व निष्पक्षता से काम करने के पूरे प्रयत्न करूंगा।
विधायकों के अपने भी बने ऐतिहासिक क्षणों के गवाह
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान कई सदस्यों के परिजन भी दर्शक दीर्घा में मौजूद रहे। डिप्टी सीएम दुष्यंत के पिता और नैना चौटाला के पति अजय चौटाला भी वहां थे, हालांकि वो दोनों के शपथ लेने के बाद पहुंचे। दुष्यंत के भाई दिग्विजय चौटाला पहले से दीर्घा में मौजूद थे तो युवा विधायक चिरंजीवी राव के पिता व पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर कैप्टन अजय यादव भी बेटे के शपथ ग्रहण के ऐतिहासिक पलों के गवाह बने। वही पहली बार सदन पहुंची विधायिका कमलेश ढांडा के बेटे तुषार ने मां के शपथ लेने के इन पलों को दर्शक दीर्घा में करीब से देखा। साथ में कमलेश ढांडा के भाई दिलावर भी वहां थे । इसके अलावा रघुवीर सिंह कादियान की पत्नी उत्तरा कादियान भी इस दौरान मौजूद रही। इनके अलावा केवी सिंह भी बेटे के शपथ ग्रहण के दौरान दर्शक दीर्घा में मौजूद थे।
चौटाला परिवार में
तल्खी नहीं हुई कम
सत्र के पहले दिन इनेलो नेता और जजपा के दुष्यंत व नैना चौटाला के साथ आपस में कोई मुलाकात नहीं हुई। दुष्यंत व उनकी मां को सीएम के साथ आगे वाली जगह पर बिठाया गया तो अभय चौटाला को विपक्ष के बराबर में काफी दूर जगह दी गई। हालांकि शपथ लेने के लिए अभय चौटाला इनके वाली साइड से नहीं आए। इस सब नजारे को अभय के भाई अजय चौटाला दर्शक दीर्घा से देख रहे थे।
44 विधायक पहली बार सदन में पहुंचे, मात्र 9 महिला विधायक
बता दें कि 14वीं विधानसभा में 90 में से 44 विधायक ऐसे हैं जिन्होंने पहली बार सदन की सीढ़ियां चढ़ीं। वहीं 30 दोबारा से विधायक चुनकर आए हैं। इनके अलावा 16 पूर्व में विधायक व मंत्री रह चुके हैं। जहां तक महिलाओं की बात है तो अबकी बार सदन में महिला विधायकों की संख्या घट गई। जहां पिछली बार 13 महिला विधायक चुनी गई थीं तो अबकी बार आंकड़ा महज 9 तक ही सिमट गया।
दुष्यंत सबसे कम उम्र के विधायक व डिप्टी सीएम
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला विधानसभा में सबसे कम उम्र के विधायक हैं। इसकी जानकारी खुद सीएम मनोहर लाल ने देते हुए बताया कि वो सबस छोटे हैं। इससे पहले वो मात्र 25 साल की आयु में सांसद बन लोकसभा में पहुंचे थे।
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