नई दिल्ली। देश की जिम्मेदारी अपनी निजी जिम्मेदारी से उपर होती है यह वित्तमंत्रालय के एक अधिकारी ने साबित किया। देश और कार्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता अपने निजी नुकसान से उपर रखते हुए कुलदीप कुमार शर्मा ने पिता की मृत्यु के बाद भी बजट का कार्य जारी रखा और अपने पिता का अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाए। वित्त मंत्रालय की ओर से ट्वीट करके अपने एक अधिकारी कुलदीप कुमार शर्मा की तारीफ की गई। मंत्रालय के इस अधिकारी ने अपने पिता के द र्श् ान भी नहीं किए क्योंकि वह बजट ड्यूीट पर थे। 26 जनवरी को उनके पिता का निधन हो गया था। वह वित्त मंत्रालय प्रेस में उप प्रबंधक हैं। जब तक बजट पेश नहीं हो जाता तब तक बजट प्रक्रिया से जुड़े सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बाहर जाने की अनुमति नहीं होती है। शनिवार को संसद में देश का आम बजट पेश किया जाएगा। जिसके बाद ही कुलदीप बाहर निकल सकते हैं। वित्त मंत्रालय ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘हमें यह बताते हुए अफसोस हो रहा है कि श्री कुलदीप कुमार शर्मा, उप प्रबंधक (प्रेस) ने 26 जनवरी 2020 को अपने पिता को खो दिया। बजट ड्यूटी पर होते हुए वह बाहर नहीं जा सकते थे। अपने पिता को खोने के बावजूद शर्मा ने एक मिनट के लिए भी प्रेस एरिया को नहीं छोड़ने का फैसला लिया।’मंत्रालय ने आगे कहा, ‘श्री शर्मा के पास बजट प्रक्रिया में 31 साल का अनुभव है। इसी कारण बेहद कम समय में बजट दस्तावेज के छपाई कार्य को पूरा करने में उनकी अहम भूमिका रही। अनुकरणीय प्रतिबद्धता का प्रदर्शित करते हुए शर्मा ने व्यक्तिगत नुकसान की अनदेखी करते हुए अपने कर्तव्य के प्रति असाधारण ईमानदारी दिखाई।’
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