आज समाज डिजिटल, तरावड़ी:
बेटियां खेलो मे, किक्रेट, सेना मे अपना नाम का लोहा मनवाया है। उसके बावजूद कुछ गंवार लोग पेट मे नन्ही जान की हत्या कर देते है। भू्रण हत्या पाप ही नही अभिशाप है इसे जड़ से समाप्त करने के लिये एक साथ आगे आना होगा। यह विचार समाजसेवी व राईस एक्सपोर्टर श्री हंस राईस मिल के सीएमडी प्रदीप गुप्ता ने पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहे। मोदी जी ने बेटी बचाओं बेटी पढाओं का नारा देकर लोगों बेटी बचाने की अलख जगाई है जिसका परिणाम भी अच्छे आ रहे है।
अब जमाना बदल चुका है
उन्होने कहा कि हम यह बात कितनी आसानी से भूल जाते है कि जितना हक धरती लडक़ों को है उतना ही हक लड़कियों को भी है जब बनाने वाले ने वाले परमपिता ने लडक़ा और लडक़ी में अंतर नही किया तो समाज के ठेकेदारों को क्या हक है कि वे इस तरह का भेदभाव करें। अब जमाना बदल चुका है हमें इस बुराई को समाप्त करने के लिये एक साथ आगे आना होगा। आज लड़कियां भी लडक़ों से कम नही है। चाहे किसी भी क्षेत्र को देख लें वहां पर लड़कियां लडक़ों से साथ मिलकर काम कर रही है लेकिन कई लोग पुत्र की चाह मे यह घिनौना काम करने से बाज नही आते। जो लोग ऐसा काम करते है उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए, दूसरा ऐसे लोगों का समाजिक तौर पर भी बहिष्कार होना चाहिए।
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