Rakshabandhan 2022: कब है रक्षाबंधन, विशेष शुभ मुहूर्त व राखी बांधने की विधि

0
1154
Rakshabandhan 2022
Rakshabandhan 2022

आज समाज डिजिटल, Rakshabandhan Festival: रक्षा बंधन का त्योहार सावन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। हिन्दू धार्मिक मान्यताओं से यह दिन भाई बहनों के लिए बेहद खास होता है। इस दिन बहनें भाइयों की कलाई में राखी बांधती है और भाइयों की लंबी उम्र और खुशियों की कामना करती है। और भाई अपनी बहनों को उसकी रक्षा करने का वचन देते है। रक्षा बंधन को भाई -बहन के प्रेम का प्रतीक मनाया जाता है।

कब है रक्षाबंधन

इस साल रक्षा बंधन का पर्व 11 अगस्त दिन गुरुवार को मनाया जाएगा। रक्षा बंधन का त्योहार इस कुछ खास है क्योकि इस साल रक्षा बंधन रवि योग में मनाया जाएगा। इस बार यह पर्व 11 अगस्त गुरुवार को सुबह 10:38 से प्रारंभ होकर शुक्रवार, 12 अगस्त को सुबह 07:05 मिनट पर समाप्त होगा।

रक्षा बंधन का शुभ मुहूर्त क्या है

रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहनों के खास माना जाता है इसलिए शुभ मुहूर्त पर ही बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है। माना जाता है कि शुभ मुहूर्त पर राखी बांधने से भाई-बहनों का प्यार सदा बना रहता है।

रक्षा बंधन का विशेष शुभ मुहूर्त कौन से है

Rakshabandhan 2022
Rakshabandhan 2022

शुभ मुहूर्त: सुबह 09 बजकर 28 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 14 मिनट तक
रवि योग : सुबह 05 बजकर 48 मिनट से 06 बजकर 53 मिनट तक
अमृत योग: शाम 06 बजकर 55 मिनट से रात 08 बजकर 20 मिनट तक
*हिन्दू शास्त्रों के मुताबिक, भद्राकाल का खास ध्यान रखना चाहिए। भद्राकाल में राखी बांधनी शुभ नहीं मानी जाती है।

रक्षा बंधन भाई को राखी बांधने की विधि

रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाई के लिए एक थाली तैयार करती है वह थाली में राखी, रोली, अक्षत, चन्दन, दही, मिठाई और धुप व घी का एक दिया जलाया जाता है। भाई को राखी बांधने से पहले भगवान की आरती की जाती है। फिर इसके बाद भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करवाकर बैठाएं और फिर भाई को तिलक लगाकर राखी (रक्षासूत्र ) बांधें। अब भाई की आरती उतारकर मिठाई खिलाएं। अब आप भाई की खुशहाल जीवन और लंबी उम्र की कामना करें।

ये भी पढ़ें : ऐसे मनाई जाती है हरियाली तीज, जानिये क्या है इसका महत्व

ये भी पढ़ें : महिलाओं के लिए खास क्यों हरियाली तीज

ये भी पढ़ें : सोमवती अमावस्या के दिन दुर्लभ संयोग

ये भी पढ़ें : पूर्वजो की आत्मा की शांति के लिए फल्गू तीर्थ  

Connect With Us: Twitter Facebook